By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Telescope TimesTelescope TimesTelescope Times
Notification Show More
Font ResizerAa
  • Home
  • Recent Post
  • My Punjab
  • National
  • International
  • Cover Story
  • Health & Education
  • Web Stories
  • Art/Cinema & More
    • Science & Tech
    • Food & Travel
    • Fashion & Style
    • Sports & Stars
  • E-Paper Telescope Times
Reading: बंगाल में लगते हैं हर साल 6000 मेले
Share
Font ResizerAa
Telescope TimesTelescope Times
Search
  • Home
  • Recent Post
  • My Punjab
  • National
  • International
  • Cover Story
  • Health & Education
  • Web Stories
  • Art/Cinema & More
    • Science & Tech
    • Food & Travel
    • Fashion & Style
    • Sports & Stars
  • E-Paper Telescope Times
Have an existing account? Sign In
Follow US
Telescope Times > Blog > Art & Cinema > बंगाल में लगते हैं हर साल 6000 मेले
Art & Cinema

बंगाल में लगते हैं हर साल 6000 मेले

The Telescope Times
Last updated: March 3, 2024 12:29 pm
The Telescope Times Published March 3, 2024
Share
SHARE

कोलकाता। लगभग सबके जीवन में तनाव है। हर कोई किसी न किसी समस्या से जूझ रहा है। किसी को मानसिक पीड़ा है तो किसी को शारीरिक। हर कोई अपने तरीके से इनसे पार पाने की कोशिश करता है। फिल्म देखने जाना इनमे से एक है पर क्या अपने नोटिस किया है कि सिनेमा जो अब मल्टीप्लेक्स बन गए हैं, सबके लिए नहीं हैं। माध्यम वर्ग तो फिर कभी कभार आ-जा पाता है। गरीब को तो पता ही नहीं होगा कि अंदर से ये दिखता कैसा है।

युवा वर्ग की तो दुनिया ही फ़ोन है। इसी में जीना और इसी में मरना। इंस्टा और फेसबुक छोड़ेंगे तो वे दुनिया की ओर देखेंगे।

ये तो अब का हाल है। पहले कैसे लोग तनाव या स्ट्रेस से निजात पाते थे। मेले थे इसका सबसे बेहतरीन जरिया। आए दिन मेले लगते थे। देवी-देवता के नाम पर। जगह के नाम पर। लोकल कोई चीज बहुत मशहूर है तो उसके नाम पर। या फिर अलग -अलग शहरों के लोग अपना सामान लेकर कहीं जमा होते और लग गया मेला।

यहां बिना किसी भेदभाव के लोग एक-दूसरे से मिलते -जुलते हैं। भारत विविधता से भरा देश है। जितने लोग उतनी रीतियां और उतने ही रिवाज। सबके अपने त्यौहार और मेले। हिमाचल में दशहरा कई दिनों का होता है। हरियाणा का सूरजकुंड मेला। पंजाब के वैसाखी के मेले सब जगह प्रसिद्ध हैं। अकेले कोलकाता में ही 250 से अधिक मेले देखने को मिलता हैं। यहां हुगली जिले में अकेले हर साल 300 से 350 मेले लगते हैं।

परंपरा या आर्थिक पहलू के लिए, आज भी पूरे बंगाल में मेले लगते हैं। हर साल इनकी संख्या लगभग 5,000 से 6,000 होती है।

इनमें हैं हस्त शिल्प मेला, यात्रा और पर्यटन मेला, सबला मेला, सरस मेला, त्रिधारा उत्सव, मैडॉक्स स्क्वायर मेला, राज्य खादी मेला, नाले झोले, सिंथिर मोर मेला, राजदंगा पिथे पुली उत्सव, पाटुली लोक संस्कृति उत्सव ओ मेला। अर्थशास्त्री अचिन चक्रवर्ती कहते हैं, आज हम जो मेले देखते हैं, वे बहुत अलग हैं। पहले गांव के मेलों में ऐसा नहीं होता था।

कलकत्ता की वर्नाक्यूलर लिटरेचर कमेटी द्वारा प्रकाशित पंचांग में1855-56, बंगाल में 309 प्रसिद्ध मेलों का विवरण है।

मानवविज्ञानी और पश्चिम बंगाल लोक एवं जनजातीय सांस्कृतिक केंद्र के सेवानिवृत्त अधिकारी दीपांकर घोष कहते हैं, जब भी कोई मेला होता है, तो क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है। पूर्वी मिदनापुर का महिषादल मेला कटहल के लिए जाना जाता है। उत्तर 24-परगना के गोबरडांगा में गोस्थो बिहारी मेले के दौरान, मसाले केंद्रबिंदु होते हैं।

वो कहते हैं, फसल के बाद अर्जित धन का कुछ हिस्सा इन मेलों में खर्च किया जाता था और स्थानीय कारीगरों को भी मुनाफे का हिस्सा बनने का मौका मिलता था। इस अर्थ में मेला कृषि प्रधान समाज में आर्थिक संतुलन बनाए रखने के लिए उपयोग किया जाता है।

You Might Also Like

TEEJ 2025 : शेखां बाजार किट्टी ग्रुप ने मनाया तीज त्यौहार

TEEYAN TEEJ DIYAN करवाया, देखें कौन जीता दिल और किसने किया ताज पर कब्ज़ा

Reem shaikh : पाकिस्तान जाओ’ कहने वालों को जवाब, शादी की खबरों पर भी सफाई

Abhishek Bachchan ने ऐश्वर्या राय से अलगाव की अफवाहों पर तोड़ी चुप्पी

Red alert : हिमाचल में भारी बारिश, कई सड़कें बंद

TAGGED:fairsHimachalKOLKATA
Share This Article
Facebook Twitter Email Print
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Follow US

Find US on Social Medias
FacebookLike
TwitterFollow
InstagramFollow
YoutubeSubscribe
newsletter featurednewsletter featured

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Popular News
600 ADVOCATES WROTE TO CJI ABOUT PRESSURE IN POLITICAL CASES
Crime & Law

600 Advocates ने CJI को लिखा पत्र, राजनीतिक मामलों में हम पर दबाव बनाया जाता है

The Telescope Times The Telescope Times March 28, 2024
SON LEFT HOME : किराये का घर छोड़ा, बेटा बीमार पिता भी छोड़ आया
School Principle पर गोली चली
भारत के 8 सबसे बड़े Business groups ने 272 मिलियन डॉलर दान किये, 75% बीजेपी को दिया
PMT : महिला कांस्टेबल पदों के लिए शारीरिक परीक्षा शुरू, पहले दिन 4,000 Candidates हुए शामिल
- Advertisement -
Ad imageAd image
Global Coronavirus Cases

INDIA

Confirmed

45M

Death

533.3k

More Information:Covid-19 Statistics

About US

The Telescope is an INDEPENDENT MEDIA platform to generate awareness among the masses regarding society, socio-eco, and politico.

Subscribe US

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

© 2023 Telescopetimes. All Rights Reserved.
  • About
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
Join Us!

Subscribe to our newsletter and never miss our latest news, podcasts etc..

Zero spam, Unsubscribe at any time.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?