‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ -सवाल उठाया -क्या पुलिस के पास नशा तस्करी का कोई रिकॉर्ड नहीं
‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ को लेकर संदेशों से लोगों को परेशानी
जालंधर। ‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ -मनोरंजन कालिया पूर्व मंत्री पंजाब और सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी भारतीय जनता पार्टी ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि सत्ता में आने के तीन साल बाद आप सरकार द्वारा शुरू किया गया नशा उन्मूलन अभियान “युद्ध नशा विरुद्ध” सिर्फ SMS पर चलाया जा रहा है।
मोबाइल धारक को पंजाब सरकार की ओर से रोजाना 5-7 बार SMS संदेश मिल रहे हैं, ‘जिसमें मोबाइल उपयोगकर्ता को बताए गए मोबाइल नंबर पर नशा तस्कर की जानकारी देने के लिए कहा गया है। उक्त जानकारी गुप्त रखी जाएगी ‘। कालिया ने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि पुलिस विभाग के पास नशा तस्करी से संबंधित कोई रिकॉर्ड नहीं है और पंजाब पुलिस मोबाइल उपयोगकर्ता द्वारा दी गई सूचना आधार के पर ही कार्रवाई करेगी।
गौरतलब है कि 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में सत्ता में आने के दो महीने के भीतर पंजाब से नशाखोरी को खत्म करने का वादा किया था। अब तीन साल की नाकामी के बाद भगवंत मान सरकार नींद से जागी है और रोजाना संदेशों की बौछार के माध्यम से नशे की बुराई के खिलाफ अभियान शुरू किया है, जिससे मोबाइल उपयोगकर्ताओं को परेशानी हो रही है।
एक महीने के भीतर भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात दूर : बीजेपी नेता

कालिया ने कहा कि यह उल्लेखनीय है कि 23 मार्च 2022 को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के 91वें शहीदी दिवस पर फिरोजपुर के हुसैनीवाला में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भ्रष्टाचार उन्मूलन हेल्पलाइन नंबर 9501200200 की शुरुआत की थी और एक महीने के भीतर पंजाब राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त करने का वादा किया था। एक महीने के भीतर भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात तो दूर रही, आम आदमी पार्टी के तीन साल के शासन के दौरान भ्रष्टाचार कई गुना बढ़ गया है जैसे मर्ज़ बढ़ता गया ज्यूं- ज्यूं दवा की I
उन्होंने कहा, क्या नशा उन्मूलन अभियान का भी वही हश्र होगा जो टोल नम्बर के माध्यम से भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान का हुआ था !