Jyotish Sammelan-लाल धागे वाले को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
जलन्धर। Jyotish Sammelan-ज्योतिष विद्या के ज्ञाता विद्वान को ही सम्मानपूर्वक ‘देवज्ञ’ या ‘दैवज्ञ’ कहा गया है। वर्तमान में ग्रहों, नक्षत्रों और खगोलीय स्थितियों की गणना करके भविष्य या भाग्य के बारे में जानकारी देने वाले अंधाधुंध आधुनिक संचार माध्यमों का प्रयोग कम दुरुपयोग अधिक कर रहे हैं। जरूरत उन पर अंकुश लगाने की है, ताकि भारतीय संस्कृति की उक्त अमूल्य देन का संरक्षण हो सके। उक्त शब्द ज्योतिष शोधकर्ता अक्षय शर्मा (मोगा) ने अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच द्वारा आयोजित 75वाँ अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष सम्मेलन के दौरान कहे।
यहाँ सम्पन्न हुए इस 3 दिवसीय सम्मेलन के प्रथम सत्र का शुभांरभ ज्योति प्रज्वलन के पश्चात हुआ। इस अवसर पर मंच के संस्थापक अध्यक्ष व संचालक पंडित राजीव शर्मा, संरक्षक जय प्रकाश लाल धागे वाले, लघु उद्योग भारती मास कम्युनिकेशन बोर्ड, उत्तर पश्चिम क्षेत्र के प्रचार प्रमुख व संरक्षक विक्रांत शर्मा, वैदिक ज्योतिषाचार्य अजय भाम्बी, लाल किताब विशेषज्ञ बृज मोहन सेखड़ी, राकेश जैन, पण्डित अशुतोष शर्मा, प्रीतम लाल शर्मा (मोगा), राजिंदर बिट्टू, एस एल मल्होत्रा (कपूरथला), पंडित भोलानाथ द्विवेदी, आचार्य कैलाश चमोली, पंडित सुनील शर्मा, धमिन्दर शास्त्री, बृज मोहन कपूर व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

इस दौरान जय प्रकाश शर्मा लाल धागे वाले (मुंबई ) को ज्योतिष उत्थान कार्यो में सक्रिय योगदान के लिए शुद्ध स्वर्ण निर्मित लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। पंडित राजीव शर्मा ने कहा कि वर्तमान में ज्योतिषीय गणना व उपायों को जनहितैषी, राष्ट्र हितैषी बनाना बनाना होगा ताकि उपाय करने वाले के साथ साथ समाज के जरूरतमंद लोगों को भी अधिकाधिक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि ज्योतिष समुद्र से भी गहरा है, इसका मंथन कार्य निरंतर जारी रहना चाहिए।
लाल किताब अमृत के संचालक पंडित जी ड़ी वशिष्ठ ने कहा कि लाल किताब में पूरी सटीकता से जीवन मे आने वाली सभी संभावित समस्याओं के समाधान के बारे में वर्णन किया गया है। जरूरत इसके सदुपयोग की है।
देश विदेश से आए विभिन्न विद्वानों, ज्योतिषाचार्य, ज्योतिष जिज्ञासु, लाल किताब विशेषज्ञ, कर्मकांडी, वास्तु, रंग, रत्न विशेषज्ञ, बुद्धिजीवी लेखक व अन्य ज्योतिषाचार्यो ने अपनी सक्रिय सहभागिता दर्ज करवाई ।





