इससे गरीबों और मध्यम वर्ग का बिजली बिल कम होगा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना’ की घोषणा कर दी है जिसके तहत देश भर में एक करोड़ परिवारों को छत पर सौर ऊर्जा मिलेगी। प्रधानमंत्री ने एक बैठक के दौरान फैसला किया कि सरकार चाहती है कि भारत के सभी लोगों के पास अपना स्वयं का सोलर रूफ टॉप सिस्टम हो। प्रधान मंत्री ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर भी पोस्ट को शेयर किया।
अयोध्या से लौटने के बाद मैंने यह पहला निर्णय यह लिया है कि हमारी सरकार 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगायेगी। इससे न केवल गरीबों और मध्यम वर्ग का बिजली बिल कम होगा, बल्कि इससे भारत ऊर्जा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनेगा।
मोदी ने अधिकारियों से आवासीय क्षेत्र के उपभोक्ताओं को बड़ी संख्या में रूफटॉप सोलर अपनाने के लिए प्रेरित करने के लिए एक व्यापक राष्ट्रीय अभियान शुरू करने का आग्रह किया है।
क्या है सोलर रूफटॉप प्रणाली
रूफटॉप सौर पैनल एक इमारत की छत पर स्थापित फोटोवोल्टिक पैनल हैं जो मुख्य बिजली आपूर्ति इकाई से जुड़े होते हैं। इस प्रकार, यह ग्रिड से जुड़ी बिजली की खपत को कम करता है और उपभोक्ता के लिए बिजली की लागत बचाता है। सोलर रूफटॉप प्रणाली में, केवल अग्रिम पूंजी निवेश और रखरखाव के लिए न्यूनतम लागत होती है।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, दिसंबर 2023 तक भारत में सौर ऊर्जा स्थापित क्षमता लगभग 73.31 गीगावॉट तक पहुंच गई है। इस बीच, दिसंबर 2023 तक छत पर सौर ऊर्जा स्थापित क्षमता लगभग 11.08 गीगावॉट तक पहुंच गई है। केंद्र के पास वर्तमान में एक राष्ट्रीय रूफटॉप योजना है यह सोलर रूफटॉप परियोजना की कुल पूंजी लागत का 40% वित्तीय सहायता प्रदान करता है।