लंदन । रोज़ 4,000 कदम चलने से ज़िन्दगी लम्बी होने की उम्मीद बढ़ जाती है। ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित इस नए अध्ययन में देखा गया कि आम तौर पर लोग कितने सक्रिय हैं। इसके आधार पर पैदल चलना जोखिम को कैसे प्रभावित करता है।
पिछले शोध से पता चलता है कि प्रतिदिन 6,000 से 9,000 कदम चलने से हृदय रोग का खतरा केवल 2,000 चलने की तुलना में 50 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
72,000 से अधिक ब्रितानियों पर किये गए इस सर्वे के आंकड़ों से पता चला है कि इसे प्रतिदिन 10,000 तक बढ़ाने से जल्दी जान जाने संभावना 39 प्रतिशत कम हो गई।
ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने कहा कि यह निष्कर्ष उन लोगों के लिए प्रेरणा हैं जो अपना अधिकांश समय डेस्क के पीछे बैठकर बिताते हैं।
सिडनी विश्वविद्यालय के डॉ मैथ्यू अहमदी ने कहा, दैनिक कदमों की न्यूनतम खुराक प्रति दिन 4,000 से 4,500 कदम के बीच थी।
प्रति दिन 2,200 कदम से ऊपर दैनिक कदमों की कोई भी मात्रा कम मृत्यु दर और हृदय रोग के जोखिम से जुड़ी थी।
शोधकर्ताओं ने ब्रिटेन में औसतन 61 वर्ष की आयु के 72,174 वयस्कों पर नज़र रखी, जिन्होंने एक सप्ताह तक अपनी कलाई पर गतिविधि स्तर मापने वाले उपकरण पहने थे।
लोग प्रतिदिन औसतन 6,222 कदम चलते थे और 10.5 घंटे निष्क्रिय रहते थे।
शीघ्र मृत्यु का जोखिम सबसे कम उन लोगों में था जो प्रतिदिन 9,000 से 10,500 कदम चलते थे।
जब स्ट्रोक और दिल के दौरे से बचने की बात आती है, तो प्रति दिन लगभग 9,700 कदम चलने वाले लोगों में सबसे कम जोखिम होता है।
कुल मिलाकर, प्रतिदिन 9,000 से 10,500 कदम चलने से दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा 21 प्रतिशत कम हो जाता है।
ब्रिटिश हार्ट फ़ाउंडेशन की जूली वार्ड ने अध्ययन के बारे में कहा, हृदय संबंधी समस्याओं के विकास और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए दैनिक शारीरिक गतिविधि आवश्यक है।
यह उम्मीद जगाने वाला नया अध्ययन हमें दिखाता है कि प्रतिदिन 10,000 कदम चलने की दिशा में हर एक कदम मृत्यु और हृदय रोग के जोखिम को कम करने की दिशा में मायने रखता है।
हम हर किसी को सप्ताह में 150 मिनट का मध्यम व्यायाम करके अपने हृदय और स्वास्थ्य के लिए सक्रिय रहने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।