Ethiopian Calendar सिस्टम, जो दुनिया के आम Calendar से अलग
Story Compiled By Mehak
क्या आपने कभी सोचा है कि कोई देश ऐसा भी हो सकता है, जहां का कैलेंडर दुनिया से सात साल पीछे चलता हो? ऐसा देश यहां पहुंचते ही आपकी उम्र 07 साल कम हो जाएगी ? जी हां, जब पूरी दुनिया में 2025 चल रहा है, वहीं अफ्रीकी देश इथियोपिया में अभी भी साल 2017 चल रहा है। इसका कारण है देश का अपना खास कैलेंडर सिस्टम, जो दुनिया के आम कैलेंडर से अलग है।
यहां आज भी दुनिया से अलग एक कैलेंडर (पंचांग) का उपयोग होता है, जिसे इथियोपियन कैलेंडर (Ethiopian Calendar) कहा जाता है। इसकी वजह से वहां की तारीखें ग्रेगोरियन कैलेंडर (जो पूरी दुनिया में चलता है) से लगभग 7 से 8 साल पीछे चलता हैं।
Ethiopian Calendar में एक साल में 13 महीने होते हैं. इनमें से 12 महीनों में 30 दिन होते हैं। आखिरी महीना पाग्युमे कहलाता है, जिसमें पांच या छह दिन आते हैं। यह महीना साल के उन दिनों की याद में जोड़कर बनाया गया है, जो किसी वजह से साल की गिनती में नहीं आ पाते हैं।
क्या वाकई कम हो जाती है उम्र?
यह सुनकर मजेदार लगता है कि इथियोपिया जाने पर आपकी उम्र सात साल कम हो जाती है, लेकिन यह सिर्फ कैलेंडर की गणना का कमाल है. यानी अगर आप 2025 में 40 साल के हैं, तो इथियोपिया में आप 33 साल के माने जाएंगे. यह मजेदार अंतर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन जाता है।

Ethiopian Calendar में अंतर के कारण
इथियोपिया में ‘Ethiopian Calendar’ नाम का पारंपरिक पंचांग इस्तेमाल किया जाता है, जो प्राचीन मिस्र के कैलेंडर पर आधारित है। इसको Ge’ez Calendar (Ethiopian) भी कहा जाता हैं।इसमें कुल 13 महीने होते हैं — 12 महीने 30-30 दिन के और एक अतिरिक्त महीना होता है जिसमें 5 या 6 दिन होते हैं।
क्यों अलग हैं यह Ethiopian Calendar
यह कैलेंडर ईसा मसीह के जन्म की गणना को अलग मानता है। इसी कारण इथियोपिया का वर्तमान साल 2017 चल रहा है, जबकि बाकी दुनिया 2025 में है। इथियोपिया का नया साल हर साल 11 या 12 सितंबर को आता है।
क्या इथियोपिया में सब कुछ इसी Calendar से चलता है?
देश के स्कूलों, दफ्तरों, त्योहारों और सरकारी कार्यों में इसी कैलेंडर का पालन किया जाता है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय मामलों में ग्रेगोरियन कैलेंडर का प्रयोग भी होता है।
इथियोपिया को इसी कारण “13 महीनों की धूप वाला देश” भी कहा जाता है। देश की सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक परंपराओं के चलते यह अनोखा कैलेंडर आज भी जीवित है।
Ethiopian Calendar – सांस्कृतिक गौरव और चुनौतियां
इथियोपिया का कैलेंडर सिर्फ तारीखें बताने का तरीका नहीं है, बल्कि यह उनकी संस्कृति और गर्व का प्रतीक भी है। इथियोपिया ऐसा देश है जो कभी किसी यूरोपीय देश का गुलाम नहीं बना, इसलिए उसने अपनी पुरानी परंपराएँ और धार्मिक तरीके अब तक बचाकर रखे हैं।
गीज़ Calendar वहाँ की ऑर्थोडॉक्स चर्च और धार्मिक जीवन से जुड़ा हुआ है। लेकिन आज की दुनिया में ग्रेगोरियन कैलेंडर (जो भारत और बाकी देशों में चलता है) का ज़्यादा इस्तेमाल होता है। इस वजह से इथियोपिया के लोगों को दो कैलेंडरों में तालमेल बैठाना पड़ता है। जैसे – स्कूल, कॉलेज, सरकारी काम, या विदेश व्यापार में ग्रेगोरियन कैलेंडर चलता है। लेकिन धार्मिक और पारंपरिक काम उनके पुराने कैलेंडर से होते हैं।
Calendar – कभी-कभी जन्म प्रमाण पत्र या जरूरी कागजों में तारीखों का गलत Conversion हो जाता है, जिससे परेशानी और गलतफहमी हो सकती है। इस तरह, इथियोपिया के लिए अपनी परंपरा को बचाए रखना भी गर्व की बात है, और दुनिया से तालमेल बैठाना एक चुनौती भी।

इथियोपिया के लोग ध्यान रखते हैं कि इस कैलेंडर और उनकी मान्यताओं की वजह से सैलानियों को किसी किस्म की दिक्कत न हो। हालांकि इथियोपिया घूमने जाने वालों को होटल की बुकिंग और कई दूसरी बेसिक सुविधाओं में कहीं न कहीं इस कैलेंडर की वजह से परेशानी उठानी ही होती है । मज़ेदार की बात यह हैं कि इस देश को 13 महीने धूप वाला देश भी कहा जाता हैं।
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