जालंधर /चंडीगढ़। किसान आंदोलन का आज तीसरा दिन है। इस बीच किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले बरसाए। किसान भी खुद को बचाने के लिए डटे हैं। किसानों ने हरियाणा पुलिस के ड्रोन भगाने के लिए पतंगें उड़ानी शुरू कर दीं हैं।
कुछ कृषि रक्षक समूहों ने ये सुझाव दिया और बाकी लोग मानने भी लग गए। आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए ऊपर आने वाले ड्रोन को रोकने के लिए आसमान में पतंगें उड़ाईं ताकि ड्रोन डोर से उलझ कर गिर जाएं। इससे किसानों में उत्साह भी देखा गया।
मालूम हो कि आज शाम को मंत्री और किसान की फिर बैठक है ताकि बातचीत से मसले का हल निकल सके। पंजाब में रेल रोको की भी कॉल दी गई है। ।
इस किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले दो मुख्य समूह – अपनी मांगों पर केंद्र सरकार के साथ बातचीत फिर से शुरू करने पर सहमत हुए, जिसमें सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाला सबसे विवादास्पद कानून भी शामिल है।
समझा जाता है कि पंजाब सरकार ने केंद्र के साथ संचार की एक नई लाइन खोलने के लिए कदम उठाया है। दोनों समूहों द्वारा दिए गए दिल्ली चलो आह्वान के बाद यह चर्चा का तीसरा दौर होगा।
पटियाला के डिप्टी कमिश्नर ने अपने अंबाला समकक्ष को पत्र लिखकर हरियाणा पुलिस से अंबाला के पास शंभू सीमा पर अपने ड्रोन पंजाब में नहीं भेजने को कहा है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पंजाब की आपत्तियों पर सवाल उठाया और आश्चर्य जताया कि जब किसान अमृतसर से दिल्ली के लिए निकले तो पंजाब सरकार ने उन्हें क्यों नहीं रोका।
केएमएम समन्वयक सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि तीन केंद्रीय मंत्रियों अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय के साथ बैठक गुरुवार शाम को पंजाब के राजपुरा बाईपास पर होगी।