Heatwaves : 2024 बहुत ज्यादा गर्म रहेगा, लू के दिन भी बढ़कर 20 हुए
Heatwaves : जालंधर /आदमपुर । एक तो वैसे ही गर्मी बढ़ रही है ऊपर से चुनाव ने माहौल गरमा रखा है। मौसम विभाग का रोज़ अलर्ट आ रहा है, ज़रूरी है तो ही घर से निकलें। बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखने को कहा गया है। अप्रैल में इस बार पड़ी गर्मी ने वैसे ही रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। हालाँकि 40 पार वाले उम्र के लोगों ने बताया, उन्होंने अपने होश में जब वो 15 -16 साल के थे, वैसाखी तक स्वेटर पहने हैं।
बुजुर्गों ने कहा, पानी वापस धरती के अंदर जा ही नहीं रहा, ऐसे में जमीन गर्मी ही उगलेगी। हम बस धरती के पानी का दोहन कर रहे।
मौसम विभाग का कहना है, अगर इसी तरह गर्मी जारी रही तो पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों, अंदरूनी ओडिशा, पश्चिम बंगाल के कुछ इलाके, झारखंड, बिहार, अंदरूनी उत्तरी कर्नाटक और तेलंगाना के साथ-साथ तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में सामान्य से अधिक तापमान वाले दिनों की संख्या दो से चार तक बढ़ सकती है। अनुमान है कि दक्षिणी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और गुजरात में सामान्य से अधिक तापमान वाले दिनों की संख्या पांच से आठ तक बढ़ सकती है।
मौसम विभाग
एक्सपर्ट अप्रैल में मानसून से पहले होने वाली आंधी-बारिश की कमी को तापमान बढ़ने की वजह मान रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि देश में अप्रैल में होने वाली बारिश में 20 फीसदी तक की कमी दर्ज की गई है। ओडिशा और प. बंगाल की हालत ज्यादा खराब है। अप्रैल 2016 में 21 दिन लू चली वहीं अप्रैल 2024 में 18 दिन।
Heatwaves : हर बूथ पर पानी और शेड की व्यवस्था
मौसम को देखते हुए भारत के चुनाव आयोग ने भी मतदाताओं को लू और भीषण गर्मी से बचाने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके लिए टास्क फोर्स भी बनाई गई है, जिसमें आयोग के साथ-साथ मौसम विभाग, एनडीएमए और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल हैं। हर बूथ पर पानी और शेड की व्यवस्था करने को कहा गया है।
Heatwaves : गर्मी का आलम ये है, पिछले साल की एक रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई 2023 में धरती की करीब 81 फीसदी आबादी यानी 650 करोड़ लोगों ने बढ़ते तापमान को महसूस किया और गर्मी की तपिश महसूस की थी। पश्चिम बंगाल में 15 साल के दौरान अप्रैल 2024 में सबसे ज्यादा लू वाले दिन दर्ज किए थे। ओडिशा में भी अप्रैल के दौरान गर्मी 9साल में सबसे जयादा पड़ी। मई में भी गर्मी से राहत नहीं मिलेगी।
Heatwaves : सबसे ज्यादा असर भारतीयों पर होगा
मौसम विभाग ने मई के लिए कहा है कि देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान ज्यादा रह सकता है। एक नए अध्ययन से पता चला है कि यदि ग्लोबल तापमान में होती वृद्धि इसी तरह जारी रहती है तो इसका सबसे ज्यादा असर भारतीयों पर होगा।
Heatwaves : पता चला है कि तापमान में 2.7 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ 60 करोड़ से ज्यादा भारतीय बढ़ती गर्मी और लू का प्रकोप झेलने को मजबूर होंगें। हम इसको कैसे रोक पाते हैं या फिर कम कर पाते हैं ये तो हमारे प्रयत्नों पर है। लेकिन इसमें सबको लगना होगा। पानी का इस्तेमाल कम करना। पेड़ लगाना। पेड़ न काटना। कंक्रीट के जंगल न बनाना। पर्सनल गाड़ी की जगह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग।
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