नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली शराब नीति मामले में 3 जनवरी को भी पूछताछ के लिए पेश नहीं होंगे। आप ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जारी समन अवैध है और इसका एकमात्र उद्देश्य केजरीवाल को गिरफ्तार करना है।
आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को यह तीसरा नोटिस था, जब उन्होंने 2 नवंबर और 21 दिसंबर के लिए पहले के दो समन पर जांच एजेंसी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था।
आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि केजरीवाल एजेंसी के साथ सहयोग करने के लिए तैयार थे, लेकिन दावा किया कि समन उन्हें गिरफ्तार करने के इरादे से भेजा गया था।
पार्टी ने आरोप लगाया, “चुनाव से ठीक पहले नोटिस क्यों भेजा गया है? नोटिस केजरीवाल को चुनाव प्रचार करने से रोकने का एक प्रयास है।”
अप्रैल में मामले के संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आप प्रमुख से पूछताछ की थी, लेकिन एजेंसी ने उन्हें आरोपी नहीं बनाया था।
अरविंद केजरीवाल को जांच एजेंसी के समन पर आप ने कहा कि पार्टी कानून के मुताबिक काम करेंगे।
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पहला समन जारी किए जाने के बाद से ही ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को पूछताछ के बाद एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया जाएगा। आप के कई नेताओं ने भी इसी तरह के बयान जारी किए हैं।
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को इस मामले के सिलसिले में फरवरी में गिरफ्तार किया गया था और आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को अक्टूबर में हिरासत में लिया गया था।