Sanjeev Arora : लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में मिली थी जीत
विधानसभा में सुबह 11 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा
लुधियाना /जालंधर : Sanjeev Arora /संजीव अरोड़ा आज विधायक पद की शपथ लेंगे। वो लुधियाना पश्चिम उपचुनाव जीते थे। उन्होंने 10,637 मतों के अंतर से यह सीट अपने नाम की थी और कांग्रेस के प्रत्याशी भारत भूषण आशु को मात दी थी। अरोड़ा का मंत्री बनना भी तय है, क्योंकि सीएम मान इसे लेकर घोषणा कर चुके हैं। पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां उन्हें आज विधायक पद की शपथ दिलाएंगे।
विधानसभा में सुबह 11 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसके साथ ही सीएम मान उनको मंत्री बनाकर लुधियाना पश्चिम के लोगों के साथ किया वादा पूरा करेंगे। अब प्रदेश के मंत्रिमंडल में भी फेरबदलत तय है, उप चुनाव जीते संजीव अरोड़ा मान की कैबिनेट में दिखाई पड़ेंगे।

लुधियाना पश्चिमी सीट पर 6 बार कांग्रेस, 2 बार अकाली दल, एक बार आप और एक बार जनता पार्टी (पूर्व) का विधायक बन चुका है। आप ने दूसरी बात जीत कर अपनी धाक जमाई है। अब आप के पास लुधियाना में एक व्यापारी मंत्री होगा। लुधियाना वैसे भी इंडस्ट्री हब है तो व्यापारियों की बात सुनी जाएगी, बदले में उनसे भी पार्टी के लिए काम लिया जायेगा।
लुधियाना वेस्ट का यह उपचुनाव केवल स्थानीय नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के लिए भी अहम माना जा रहा है। इस जीत से कई दरवाजे खुल गए हैं। दिल्ली का चुनाव हारने और नेतृत्व संकट से जूझने के बीच यह जीत पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए पंजाब में 2027 में खुद को दोबारा साबित करने का सुनहरा अवसर लेकर आई है। इस सीट पर पार्टी का एक वरिष्ठ नेता अब राज्यसभा में एंट्री करेगा, जिससे आप हाईकमान को फिर से दिल्ली की राजनीति में सक्रिय होने में मदद मिलेगी।
लुधियाना पश्चिमी उपचुनाव की जीत से सत्ता विरोधी लोग नरम पड़े हैं। अब प्रदेश के मंत्रिमंडल में भी फेरबदलत तय है, उप चुनाव जीते संजीव अरोड़ा मान की कैबिनेट में दिखाई पड़ेंगे। ऐसा कर सीएम मान लुधियाना पश्चिमी की जनता से किए अपने एक और वायदे को पूरा करते नजर आएंगे।

पंजाब में अरोड़ा बिरादरी का बहुसंख्यक वोट है। जिनका शहरों में खास प्रभाव है। संजीव अरोड़ा के जीतने के बाद अब राज्यसभा की भी एक सीट खाली हो जाएगी। पहले केजरीवाल के राज्यसभा जाने की चर्चा थी, जिस पर केजरीवाल के बयान ने विराम लगा दिया है। अब राज्यसभा के लिए पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया का नाम सबसे ऊपर चल रहा है, लेकिन फाइनल फैसला पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की तरफ से लिया जाएगा। अमन अरोड़ा पहले से ही पार्टी में खासे एक्टिव हैं। एक -एक ग्यारह हो गए तो अन्य पार्टियों को दिक्कत हो जाएगी।