टैरिफ थोपने वाले TRUMP की कंपनी भारतीय बाजारों से कमा रही मोटा मुनाफा
डॉ. संजय पांडेय
नई दिल्ली/वाशिंगटन। भारत को टैरिफ के नाम पर बार-बार धमकाने और 50% टैरिफ थोपने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी भारतीय बाजारों से मोटा मुनाफा कमा रही है। ट्रंप की एक दिग्गज उद्योगपति के रूप में भी पहचान है। उनकी कंपनी Trump Organization दुनिया भर में रियल एस्टेट, होटलों और लक्जरी गोल्फ कोर्स के कारोबार में बड़े पैमाने पर सक्रिय है। भारत में भी उनकी कारोबारी मौजूदगी लगातार मजबूत हुई है, जहां पिछले एक दशक में कंपनी ने करीब 1,800 करोड़ रुपए का कारोबार लाभ अर्जित किया है।
द Trump Organization, जिसकी स्थापना डोनाल्ड Trump के दादा फ्रेडरिक ट्रंप ने 1927 में की थी, आज वैश्विक रियल एस्टेट और लक्जरी हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की बड़ी कंपनियों में गिनी जाती है। ब्लूमबर्ग के अनुसार अमेरिका में न्यूयॉर्क, फ्लोरिडा, शिकागो और वर्जीनिया के अलावा कंपनी के व्यापारिक प्रोजेक्ट्स स्कॉटलैंड, आयरलैंड, तुर्की, फिलीपींस, कनाडा और भारत तक फैले हैं। रियल एस्टेट ब्रांडिंग और प्रबंधन के मॉडल पर काम करने वाली इस कंपनी की वार्षिक वैश्विक राजस्व क्षमता करीब 3 अरब डॉलर (लगभग 25,000 करोड़ रुपए) आंकी जाती है।
भारत में Trump Organization ने 2014 के बाद से मुंबई, पुणे, गुरुग्राम और कोलकाता में ट्रंप टावर प्रोजेक्ट्स के माध्यम से लग्जरी रियल एस्टेट बाजार में कदम रखा। कंपनी ने भारत में प्रत्यक्ष निर्माण न करते हुए ब्रांडिंग और लाइसेंसिंग के जरिए मुनाफा कमाया। इन परियोजनाओं से Trump Organization को पिछले 10 वर्षों में रॉयल्टी और लाइसेंसिंग फीस के रूप में लगभग 1,800 करोड़ रुपए (करीब 220 मिलियन डॉलर) का राजस्व मिला है।
इसमें ऑर्गेनाइजेशन की ब्रांड वैल्यू, बाजार प्रीमियम और भारत में उनकी मौजूदगी से डेवलपर्स को मिलने वाले अतिरिक्त लाभ (ब्रांड प्रीमियम इफेक्ट) को भी सम्मिलित कर लिया गया है। यह मूलतः व्यापारिक प्रभाव मूल्य (बिजनेस इनफ्लुएंस वैल्यू) है।
विशेषज्ञों के अनुसार ट्रंप ब्रांड का नाम जुड़ने से इन रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स की बाजार कीमतों में औसतन 30-40 प्रतिशत का प्रीमियम जुड़ता है, जिसका सीधा लाभ Trump Organization को मिलता है।
2020 में ट्रंप के राष्ट्रपति पद पर रहते हुए उनकी भारतीय परियोजनाओं को लेकर काफी विवाद भी हुआ था, परंतु कारोबारी दृष्टि से उनकी कंपनियों ने भारतीय बाजार में अपनी पैठ बनाए रखी।

भारत में डोनाल्ड Trump की कंपनी ने पिछले 10 वर्षों में चार प्रमुख रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स के माध्यम से करीब 630 करोड़ रुपए (लगभग 76 मिलियन डॉलर) की कमाई की है। मुंबई में लोढ़ा ग्रुप के साथ ट्रंप टावर मुंबई परियोजना से Trump Organization ने लगभग 225 करोड़ रुपए, पुणे में पंचशील रियल्टी के साथ ट्रंप टावर पुणे से 120 करोड़ रुपए, कोलकाता में यूनिमार्क ग्रुप के ट्रंप टावर कोलकाता से 105 करोड़ रुपए और गुरुग्राम में एम3एम इंडिया के ट्रंप टावर गुरुग्राम प्रोजेक्ट से 180 करोड़ रुपए की रॉयल्टी फीस अर्जित की गई है।
इन सभी प्रोजेक्ट्स में ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने निर्माण में प्रत्यक्ष निवेश नहीं किया बल्कि ब्रांडिंग और लाइसेंसिंग मॉडल के तहत ही प्रत्येक परियोजना मूल्य का औसतन 15 प्रतिशत रॉयल्टी के रूप में कमाया।
Trump Organization – भविष्य की रणनीति
भविष्य की रणनीति को लेकर ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन भारत में 2025 से 2030 के बीच नए प्रीमियम रेजिडेंशियल और होटल प्रोजेक्ट्स पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी की योजना है कि अगले 5 वर्षों में मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन, दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु जैसे हाई-नेटवर्थ मार्केट्स में ट्रंप ब्रांड के 5 से 6 नए प्रोजेक्ट्स लॉन्च किए जाएं।
इंडस्ट्री विश्लेषकों के अनुसार यदि प्रत्येक परियोजना का औसत मूल्य 1500 से 2000 करोड़ रुपए के बीच रहता है और Trump Organization उसी 15% रॉयल्टी मॉडल को अपनाता है, तो 2030 तक भारत से कंपनी की संभावित कमाई 1500 से 1800 करोड़ रुपए (180-220 मिलियन डॉलर) तक पहुंच सकती है।
इस अनुमान के साथ ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन भारत को अपने एशिया-पैसिफिक ग्रोथ सेंटर के रूप में देख रही है।कंपनी के एशिया-प्रशांत प्रमुख कैलम डॉनल्डसन के अनुसार भारत में ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन की दीर्घकालिक रणनीति ब्रांड वैल्यू’ और ‘प्रॉजेक्ट एक्सक्लूसिविटी पर आधारित है। ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन भारत में अगले 5 वर्षों में करीब 500 मिलियन डॉलर (लगभग 4,200 करोड़ रुपए) की रॉयल्टी कमाई का लक्ष्य रख रही है।
डॉ. संजय पांडेय
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