परिवार की सरकार से अपील, बेटे को वापस लाया जाए
होशियारपुर। (अनिकेत शर्मा ) : बेहतर भविष्य की खातिर बहुत से नौजवान आज भी विदेशों की धरती पर मारे-मारे फिर रहे हैं। अपने शहर में सबकुछ बेच कर जाते हैं इसलिए वापस आकर करने को भी ज्यादा कुछ रहता नहीं।
ये मामला विदेशी धरती रशिया से है। यहां पंजाब से गए नौजवानों के लिए टूरिस्ट वीज़ा से महंगा पड़ गया। युवकों ने फोन पर परिवार को बताया कि यहां उन्हें धोखे से यूक्रेन भेजने की तैयारी की जा रही है जिससे नौजवानों में डर है कि उन्हें जान माल का खतरा हो सकता है। परिवार ने सरकार से मांग की है कि उनकी मदद की जाए ताकि वे वापस भारत आ सकें।
यह मामला पंजाब के जिला होशियारपुर के गांव हाल्टा से है। यहां का नौजवान गुरप्रीत सिंह विदेश में सेटल होने के लिए पिछले लंबे समय से अपनी ट्रैवल हिस्ट्री तैयार कर रहा था। वो कई देशों में गया।
दूसरी ओर पंजाब और हरियाणा के युवाओं के एक समूह ने सोशल मीडिया पर सरकार से मदद की अपील की है, उन्होंने दावा किया है कि उन्हें रूस में सैन्य सेवा में धोखा दिया गया था और यूक्रेन पर मास्को के युद्ध लड़ने के लिए भेजा गया है।
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर प्रसारित 105 सेकंड के वीडियो में सात लोग हुड या स्कल कैप के साथ सैन्य शैली की शीतकालीन जैकेट पहने हुए दिखाई दे रहे हैं। वे एक गंदे और गंदे कमरे के अंदर खड़े हैं जिसके एक छोर पर एक बंद (और बंद) खिड़की है। उनमें से छह एक कोने में छिपे हुए हैं, जबकि सातवां – हरियाणा के करनाल का 19 वर्षीय हर्ष एक वीडियो संदेश रिकॉर्ड करता है जिसमें वह अपनी स्थिति समझाता है और मदद मांगता है।

लेकिन इस बार का टूर होशियारपुर के गांव हाल्टा के गुरप्रीत सिंह के लिए आफत बन गया। गुरप्रीत सिंह घर से रशिया के लिए 27/12/23 को निकला था। 90 दिन के वीजे में रशिया कानून मुताबिक उन्हें केवल 16 दिन ही रहना था जिसकी जानकारी मुताबिक वे बिना जानकारी वे बेलारूस के लिए निकल गए। उन्हें पुलिस ने यहां बिना वीजा के पकड़ लिया। वापस उन्हें रशिया पुलिस हवाले कर दिया गया। यहां उन्हें बिना वीजा के चलते पुलिस ने डरा धमका कर एग्रीमेंट साइन करवा लिया कि अगर आपने 10 साल के लिए जेल नही जाना तो आप रशिया आर्मी ज्वाइन करे। जिससे मौके पर गुरप्रीत व अन्य ने आर्मी ज्वाइन कर ली और उन्होंने 15 दिन की आर्मी ट्रेनिंग पूरी की।
अब उन्हें यह डर सता रहा है कि उन्हें एक दो दिन में यूक्रेन भेज दिया जायेगा। अगर वो जंग में मारे गए तो। गुरप्रीत के भाई व चचेरे भाई मुताबिक उन्हें भाई को भारत लाने के लिए सरकारों का साथ चाहिये क्योंकि उन्हें जबरन व धक्के से यूक्रेन भेजा जा रहा है।
वहीं विदेश से गुरप्रीत सिंह के साथ गगनदीप सिंह ने फोन पर अपनी कहानी बताई कि कैसे उन्हें इस काम में झोका जा रहा है। वो दोनों डरे हुए हैं। फोन पर गगनदीप वासी गुरदासपुर ने बताया कि उन्हें मदद की ज़रूरत है।