कोलकाता। कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी धरने पर बैठ गई थीं कि मोदी सरकार मनरेगा के पैसे नहीं दे रही है। अब उसके जवाब में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार सुबह मनरेगा निधि के कथित गबन की जांच के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर एक साथ तलाशी शुरू की। अधिकारियों ने कहा कि कथित अनियमितताओं की बात सामने आ रही है। पता चला है कि राज्य में मनरेगा के तहत जारी किए गए लगभग 25 लाख जॉब कार्ड फर्जी हैं।
अफसरों ने बताया कि जहां साल्ट लेक के आईए ब्लॉक में एक पूर्व ब्लॉक विकास अधिकारी (बीडीओ) के आवास पर छापा मारा गया, वहीं एजेंसी के कर्मी हुगली जिले के चिनसुराह में एक व्यवसायी के घर और कार्यालय पर भी तलाशी ले रहे थे।
उन्होंने बताया कि मुर्शिदाबाद जिले के बहरामपुर में एक राज्य सरकार के कर्मचारी से जुड़ी संपत्ति की भी तलाशी ली जा रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व बीडीओ हुगली जिले के धनियाखाली में तैनात थे। उन्होंने दावा किया कि ”अनियमितताओं” में उनकी संलिप्तता के सबूत मिलने के बाद तलाशी ली जा रही है।