200 इमारतें जलकर खाक; इशिकावा में एक और भूकंप की चेतावनी
टोक्यो। जापान में 1 जनवरी को आए भूकंप ने बहुत तबाही मचाई है। भूकंप में अब तक 30 लोगों की मौत हो गई है। 1400 लोग बुलेट ट्रेन में फंसे हुए हैं जिन्हे निकाला जा रहा है। इसके अलावा 200 इमारतें जलकर खाक हो गई हैं। डर इस बात का है क्योंकि इशिकावा में एक और भूकंप की चेतावनी दी गई है। इशिकावा शहर में भूकंप के बाद से कई जगहों पर आग लग गई है।
जानकारी के अनुसार, जापान के इशिकावा में नए साल के दिन 7.6 की तीव्रता का भूकंप आया था । जापान टुडे के मुताबिक इससे अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, वहां 50 आफ्टरशॉक भी दर्ज किए गए हैं। इनकी तीव्रता 3.4 से 4.6 के बीच रही है।
इशिकावा में 32,500 घरों में बिजली नहीं है। लोग यहां एक और भूकंप की चेतावनी से डरे हुए हैं। भूकंप से इशिकावा के सूजू पोर्ट पर बना एक सेंटर तबाह हो गया। भूकंप से समुद्र में काफी ऊंची लहरें उठी थी। इशिकावा में सड़क में दरारें पड़ गई। वहां कई घर और बड़ी इमारतें गिर गई जिससे नुकसान हुआ।
एक लाख लोगों से घर खाली कराए
सरकार ने एक लाख लोगों को घर खाली करने के आदेश दिए। इन्हें सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है। हालांकि, सुनामी की चेतावनी वापस लिए जाने के बाद काफी लोग अपने घर लौट रहे हैं।
1400 लोग बुलेट ट्रेन में घंटों से फंसे
जापान के सरकारी मीडिया हाउस NHK के मुताबिक नोटो में 500 लोग पार्किंग में गाड़ियों में फंसे हुए हैं। वहीं, वेस्ट जापान रेलवे कॉर्पोरेशन के मुताबिक 1400 लोग बुलेट ट्रेन्स में 11 घंटों से फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने ट्रैक चेक करने के लिए होकुरिकू शहर से तोयामा के बीच बुलेट ट्रेन रोक दी थीं। हालांकि, कुछ ट्रेन फिर से चालू की गई हैं। लेकिन, जापान टाइम्स के मुताबिक ज्यादातर 3 बजे के बाद ही सफर शुरू कर पाएंगी।
जापान में भूकंप के बाद कई ट्रेन, फ्लाइट रद्द कर दी गई हैं। नोटो इलाके में सबसे ज्यादा तबाही मची है। यहां एयरपोर्ट के रनवे, टर्मिनल और एक्सेस रोड को काफी नुकसान पहुंचा है। इसके चलते यहां से सारी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
जापान के भूंकप के बाद साउथ के एक्टर जूनियर NTR आज भारत लौटे हैं। उन्होंने जापान और भूकंप पीड़ित लोगों की जल्द रिकवरी की कामना की है।
भारतीय दूतावास ने भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए इमरजेंसी कंट्रोल रूम बनाया है। सोशल मीडिया प्लटेफॉर्म ‘एक्स’ पर दी गई जानकारी के मुताबिक कोई भी शख्स यहां आकर मदद मांग सकता है। इससे पहले दूतावास ने ई-मेल आईडी और नंबर भी जारी किए थे। ये इस तरह हैं : + 81-80-3930-1715, + 81-70-1492-0049, + 81-80-3214-4734, + 81-80-6229-5382, + 81-80-3214-4722।
जापान के रक्षा मंत्री के मुताबिक मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए सेना के एक हजार सैनिक तैनात किए गए हैं। 8 हजार से ज्यादा सैनिकों को स्टैंडबाई पर रखा गया है। नुकसान का मुआयना करने के लिए सेना के 20 विमान काम पर लगाए गए हैं। BBC के मुताबिक 19 अस्पतालों में भी बिजली नहीं होने की वजह से लोगों के इलाज में परेशानी आ रही है।
जापान के PM बोले- समय कम, लोगों की जान बचानी है
प्रधानमंत्री फुमिया किशिदा ने कहा है कि भूकंप में मरने वालों की तादाद ज्यादा है। जगह-जगह आग लगी है, लोग इमारतों के नीचे दबे हैं। समय कम है और ज्यादा लोगों की जान बचानी है।