250 स्टूडेंट्स सुबह और 105 बच्चे आते हैं दोपहर के बाद
जालंधर। शहर के कबीर नगर में एक स्मार्ट स्कूल है। स्कूल की दीवार पर प्राइमरी तक स्मार्ट स्कूल लिखा है। वहां जाकर पता चला कि उस दड़बे जैसी इमारत में 300 से ज़्यादा बच्चे पढ़ते हैं। दो कमरों व एक हॉल के इलावा सुविधा के नाम पर दो बाथरूम हैं। दोनों बाथरूम क्लास रूम से स्टे पड़े हैं जिस कारण सारा दिन बच्चे व स्टाफ बदबू से परेशान रहते हैं।
अध्यापक भी मौन ही दिखे। पहली शिफ्ट 12 :30 तक होती व दूसरी इन बच्चों की छुट्टी के बाद यानी कि 12:3० से 5:30 तक। स्कूल में सीसीटीवी की सुविधा है लेकिन जगह के नाम कुछ भी नहीं। खेलने के लिए कोई जगह नहीं।
बच्चों को मिड डे मील भी वहीं क्लासरूम में सर्व किया जाता है।
कुलतारन सिंह, उप शिक्षा अधिकारी, प्राइमरी विंग, शिक्षा विभाग से जब इस बाबत पूछा गया तो उनका कहना था कि एक पार्क के पास स्कूल की बिल्डिंग बन रही है। निर्माण पूरा होते ही स्कूल को वहां शिफ्ट करने पर विचार किया जा रहा है।