108 फीट लंबी अगरबत्ती वडोदरा से श्रीराम मंदिर के लिए अयोध्या रवाना
दावा -दुनिया की सबसे बड़ी अगरबत्ती, लगातार 45 दिनों तक जलेगी
अयोध्या। 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के भव्य अभिषेक समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं।
इस कार्यक्रम में दुनिया भर के कई उच्च-प्रोफ़ाइल गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति देखी जाएगी। 6000 से ज़्यादा लोगों को न्यौता भेजा गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई बड़े लोगों के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने की उम्मीद है। किन- किन लोगों को न्यौता दिया गया है, इस पर भी बातें हो रही हैं।
समारोह को हर तरह से खास बनाने की बात और योजना पर काम हो रहा है। इस दिन रामलला को विशाल राम मंदिर में विराजमान किया जाएग। अयोध्या को त्रेता युग की थीम पर सजाया जा रहा है। रामभगत बहुत उत्साहित है। इसी सिलसिले में गुजरात के राम भक्त राम जन्मभूमि परिसर में रामलला को 108 फीट लंबी अगरबत्ती समर्पित करना चाहते हैं। अगरबत्ती बन चुकी है।
जानकारी के मुताबिक इस अगरबत्ती को बनाने में 3 से 4 महीने का समय लगा है। अगरबत्ती बनाने वाले कारीगरों का कहना है कि यह अगरबत्ती 45 दिनों तक जलेगी। साथ ही 15 से 20 किलोमीटर के क्षेत्र में इसकी खुशबू फैलेगी। इसका मतलब यह है कि राम का परिसर गुजरात की सुगंधित धूप से सुगंधित होगा।
जानकारी के मुताबिक, गुजरात के कारीगर बिहा ने कहा कि अयोध्या में राम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इसके लिए हमने एक अगरबत्ती बनाई है जो दुनिया कि सबसे लंबी अगरबत्ती है और साढ़े तीन फीट मोटी है। यह 4 महीने में तैयार हो गई। यह धूप रथ से अयोध्या भेजी जा रही है ।
अगरबत्ती का वजन 3500 किलो है
जानकारी के मुताबिक अगरबत्ती बनाने में गाय के घी का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें हवन सामग्री का प्रयोग किया गया है। इस अगरबत्ती का वजन 3500 किलोग्राम है। इतना ही नहीं यह धूप 45 दिनों तक जलती रहेगी। इस अगरबत्ती की कीमत 5 लाख रुपये बताई जा रही है।
अनुष्ठान 17 जनवरी से शुरू होगा
रामलला का अनुष्ठान 17 जनवरी से शुरू होगा। आपको बता दें कि 17 जनवरी को रमलला की अचल प्रतिमा की विशाल शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद प्रतिमा को राम जन्मभूमि परिसर में स्थापित किया जाएगा। पूजा 18 जनवरी से शुरू होगी और अनुष्ठान 22 जनवरी को अमृतपान से पूरा होगा। इसके बाद दोपहर 12.20 बजे जीवन अभियान होगा।