20 लोग गंभीर घायल, कई लोगों के अभी भी ढही इमारतों के नीचे फंसे होने का डर
टोक्यो। जापान में आए भूकंप के कारण अब तक मरने वालों की संख्या 62 पार कर गई है। 20 से ज्यादा लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है। अभी भी लापता लोगोंको ढूंढा जा रहा है। कई लोगों के अभी भी ढही इमारतों के नीचे फंसे होने का डर है।
बचावकर्मी लगे हुए हैं पर खराब मौसम उनके काम में अड़चन बन रहा है।
एनएचके वर्ल्ड ने बुरी तरह प्रभावित इशिकावा प्रान्त के अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि जापान में 7.5 तीव्रता वाले भूकंप सहित कई शक्तिशाली भूकंपों के कारण मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 62 हो गई है। अधिकांश मौतों की पुष्टि नोटो प्रायद्वीप के वाजिमा और सुजु में हुई है।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, 20 से अधिक लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है क्योंकि अधिकारी यह पुष्टि करना चाहते हैं कि कितने लोग लापता हैं। ढहे मकानों के नीचे कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।
भूकंप ने सोमवार को इशिकावा के केंद्रीय प्रान्त में नोटो प्रायद्वीप को झटका दिया, जिससे इमारतें ढह गईं और सुनामी की चेतावनी पूर्वी रूस तक भेज दी गई।
देश के मौसम विभाग के मुताबिक, उस दिन देश में कुल 155 भूकंप आए थे।
मंगलवार को बचावकर्मियों को मलबे से निपटने के लिए झटकों और खराब मौसम से जूझना पड़ा। अब भी नित कोई न कोई परेशानी आ रही है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) ने नोटो में भारी बारिश की चेतावनी दी है। एएफपी के मुताबिक, एजेंसी ने कहा, बुधवार की शाम तक भूस्खलन पर नजर रखें।
बचाव एवं राहत अभियान को मंगलवार को भी भारी झटका लगा, जब हानेडा हवाईअड्डे पर रनवे पर टक्कर के बाद आपातकालीन आपूर्ति से भरे एक विमान में आग लग गई। इस घटना में तटरक्षक दल के पांच सदस्यों की मौत हो गई।
एनएचके के अनुसार, मंगलवार रात को जापान के प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने दोहराया कि यह समय के खिलाफ एक दौड़ है यह देखते हुए कि ढह गई इमारतों में कितने लोग फंसे होंगे।
किशिदा की सरकार राहत और बचाव कार्यों पर चर्चा के लिए एक आपातकालीन कार्य बल की बैठक भी की गई जिसमें राहत कार्यों को और तेज करने पर विचार किया गया।