लखीमपुर। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि असम के उत्तरी लखीमपुर शहर में उसकी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का स्वागत करने वाले बैनर और पोस्टर फाड़ दिए गए। मालूम हो कि राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा राज्य में अपने तीसरे दिन में प्रवेश कर गई है। अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करने से पहले यात्रा मुख्यालय शहर उत्तरी लखीमपुर सहित लखीमपुर जिले के कई हिस्सों से होकर गुजरेगी।
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के नेता भरत नाराह ने आरोप लगाया कि उत्तरी लखीमपुर शहर क्षेत्र के अधिकांश बैनर, पोस्टर और होर्डिंग शुक्रवार रात को ही नष्ट कर दिए गए।
उन्होंने कहा, यात्रा की सफलता से घबराकर उपद्रवियों ने सभी होर्डिंग और पोस्टर फाड़ दिए हैं।
राज्य विधानसभा में नाओबोइचा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व मंत्री और विधायक ने कहा, असम के राजनीतिक इतिहास में हमने कभी भी प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों को अन्य दलों के बैनर और पोस्टर को नुकसान पहुंचाते नहीं देखा है।
एपीसीसी की मीडिया समिति के प्रमुख नाराह ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार यात्रा के लिए बाधाएं पैदा कर रही है, जिसमें लोगों को इसमें भाग लेने से रोकने की कोशिश भी शामिल है।
उन्होंने कहा, हमारे पास रिपोर्ट है कि नावों की बैटरियां हटा दी गई हैं। ईंधन डिपो खाली हो गए हैं ताकि लोग अपने वाहनों के साथ नहीं आ सकें। कांग्रेस नेता ने कहा, लेकिन हम उन्हें बताना चाहते हैं कि यात्रा की सफलता को कोई नहीं रोक सकता।
पार्टी ने रात में उत्तरी लखीमपुर शहर में उपद्रवियों द्वारा कथित तौर पर कांग्रेस नेताओं की तस्वीरों वाले पोस्टर फाड़ने का एक वीडियो भी साझा किया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव जयराम रमेश ने माजुली में एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि पार्टी की दक्षिण से उत्तर तक की पहली भारत जोड़ो यात्रा को भाजपा शासित राज्यों से गुजरने में उतनी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ा, जितनी दूसरी यात्रा को करना पड़ा।
यात्रा में गांधी के साथ चल रहे रमेश ने कहा, यह पहली बार है कि 24 घंटे के भीतर सीएम को परेशान किया गया है। हमें एफआईआर और कारावास की धमकी दी जा रही है। लोगों को यात्रा में शामिल होने से रोका जा रहा है।
पहली यात्रा का नेतृत्व भी राहुल गांधी ने किया थ। यह यात्रा 2022-23 में कन्याकुमारी से कश्मीर तक गई थी। बस से और पैदल चलने वाली न्याय यात्रा 67 दिनों में 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली है, जो 15 राज्यों के 110 जिलों से होकर गुजरेगी। यह 25 जनवरी तक असम से होकर 17 जिलों में कुल 833 किमी की यात्रा करेगी।