BJP’s demand – वर्करों को भी शक EVM से गड़बड़ हो रही
BJP’s demand – वर्कर बोले 150 लोगों ने वोट डाला तो 843 वोट कैसे पड़ गए
कलकत्ता। BJP’s demand -No EVMs, only ballots-कहते हैं जब तक खुद पर न बीते, तब तक सब तमाशा लगता है।
BJP के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। पहले जब दूसरी पार्टियां इस बात की डिमांड करती थीं कि EVM से वोटिंग में गड़बड़ी होती है तब इनको लगता था कि पार्टियां जान बूझ कर शोर डालती हैं पर अब BJP के ही वर्करों ने मांग की है कि वोटिंग दोबारा हो वो भी ballot पेपर के साथ।
हम बात कर रहे हैं मालशिरस की।
पिछले महीने हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट 10 सीटें जीतीं है। उनमें से एक मालशिरस है जो मुंबई से लगभग 306 किमी दक्षिण-पूर्व में सोलापुर जिले में है।
मालशिरस के एक खास गांव मरकडवाडी में मतदाताओं का एक वर्ग नतीजे से नहीं, बल्कि एक छोटी सी बात से नाराज है। उनका तर्क है कि भाजपा उम्मीदवार और पूर्व मौजूदा विधायक, राम सातपुते को उतने वोट नहीं डले हैं जितने उन्हें मिले बताये जा रहे हैं। हालांकि वह पवार के उम्मीदवार से हार गए।
मतदाता चाहते हैं कि मंगलवार को फिर से मतदान हो। इस बार स्थानीय प्रशासन की नाराजगी को नजरअंदाज करते हुए उनकी मांग है कि मतपत्रों से मतदान हो। उन्होंने अपनी मांग से प्रशासन को अवगत भी करवा दिया है।
BJP’s demand : हमारे गांव में 150 से अधिक वोट नहीं मिल सकते!
सोलापुर शहर में एक निजी फर्म में काम करने वाले मरकडवाड़ी निवासी सचिन वाघमोडे ने कहा, “मरकडवाडी में किसी से भी पूछें और वे आपको बताएंगे कि सतपुते को हमारे गांव में 150 से अधिक वोट नहीं मिल सकते थे, फिर 843वोट कैसे मिल गए।
मालशिरस के तहसीलदार सुरेश सेजुल ने कहा, दोबारा वोटिंग का तो सवाल ही नहीं है। फिर भी वो सारी बात जान कर फैसला लेंगे।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) और डाले गए वोटों का पूरा मिलान करने की मांग की है।
चव्हाण ने कहा, “मैं सिर्फ इतना कह रहा हूं कि चुनाव आयोग को सभी वीवीपैट की गिनती करानी चाहिए।” “वीवीपीएटी की गिनती से लोगों को मतदान प्रणाली में अपना विश्वास बनाए रखने में मदद मिलेगी। अगर चुनाव आयोग ऐसा नहीं करता है तो संदेह बना रहेगा कि उसके पास छिपाने के लिए कुछ है या नहीं.”
BJP’s demand : सुप्रीम कोर्ट ने पिछले हफ्ते देश में चुनावों में पेपर बैलेट वोटिंग को वापस लाने की मांग करने वाली याचिका खारिज कर दी।
न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति पी.बी. वराले की पीठ ने टिप्पणी की, “क्या होता है, जब आप चुनाव जीतते हैं, तो ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाती है। जब आप चुनाव हार जाते हैं, तो ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जाती है।”
“मरकडवाडी के लोग दृढ़ हैं। जो भी होगा सबके सामने होगा. अगर बीजेपी को डर नहीं है तो इतने सारे पुलिसकर्मी गांव में क्यों आ रहे हैं?” विजयी उम्मीदवार जानकर ने पूछा, जो सोमवार को गांव में थे, जब ग्रामीण इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि पेपर पोल के साथ आगे बढ़ना है या नहीं।
BJP’s demand