3 साल से चल रहा था डिप्रेशन का इलाज
कोटा। पिछले तीन साल से अवसाद (डिप्रेशन ) का इलाज करा रहे एक बीटेक छात्र ने यहां अंबेडकर नगर में अपने घर में कथित तौर पर फंदा लगा जान दे दी। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पीड़ित की पहचान रोहित माथुर (23) के रूप में हुई, जो पंजाब के जालंधर से बीटेक की पढ़ाई कर रहा था और कोटा में अपने परिवार के साथ रह रहा था।
पुलिस के अनुसार, युवक ने अलवर में तैनात अपने इंजीनियर पिता को रविवार को आत्महत्या करने के इरादे के बारे में फोन किया, जिसके बाद उन्होंने पड़ोसियों से अपने बेटे का पता लगाने के लिए कहा।
पुलिस ने बताया कि मामला शाम को तब सामने आया जब पिता घर पहुंचे।
कुन्हारी पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर राजाराम ने कहा, 23 वर्षीय युवक पिछले 3 साल से अवसाद का इलाज करा रहा था और उसने पहले भी आत्महत्या का प्रयास किया था।
पुलिस ने सोमवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया और आगे की जांच के लिए सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज किया।