फर्जी केवाईसी दस्तावेजों और हस्ताक्षरों का उपयोग करके रुपये हड़पे, सीसीटीवी फुटेज से बैंक कर्मचारी की संलिप्तता का खुलासा
गुवाहाटी। फर्जी हस्ताक्षर और दस्तावेजों के साथ केवाईसी जमा करके साइबर जालसाजों ने असम में एक कांग्रेस विधायक के तीन बैंक खातों से कथित तौर पर लगभग 80 लाख रुपये उड़ा लिए।
यह मामला अभयपुरी दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक प्रदीप सरकार के संज्ञान में तब आया, जब उन्होंने 29 फरवरी को एक संस्था को दिया गया 10 लाख रुपये का चेक अपर्याप्त बैलेंस के कारण बाउंस हो गया।
सरकार ने कहा कि एक महीने की अवधि में तीन बैंक खातों से पैसा निकाला गया, जो भारतीय स्टेट बैंक में उनके नाम पर हैं। मुझे अपने खातों से पैसे निकालने के संबंध में फोन या ईमेल पर कोई संदेश नहीं मिला क्योंकि जालसाजों ने फोन नंबर भी बदल दिया था। मैं पूरे फरवरी में विधानसभा के बजट सत्र में व्यस्त था।
सरकार तुरंत अभयपुरी स्थित एसबीआई की होम ब्रांच पहुंचे और मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा, शाखा प्रबंधक ने मेरे बैंक खाते में लेनदेन की जांच की और मुझे सूचित किया कि बेंगलुरु सहित विभिन्न स्थानों से कई मौकों पर छोटी मात्रा में पैसे निकाले गए थे।
विधायक ने आगे कहा कि शाखा प्रबंधक ने हर विवरण की जांच की और यह पाया गया कि तस्वीर किसी अलग व्यक्ति की थी, हस्ताक्षर फर्जी थे और केवाईसी के दौरान जमा किए गए दस्तावेज फर्जी थे।
मैंने पिछले कुछ महीनों में बैंक में कोई केवाईसी जमा नहीं किया है और कोई लेनदेन नहीं किया है। इसे सत्यापित करने के लिए, मैंने शाखा प्रबंधक से सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के लिए कहा, जहां यह देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति, जिसे मैं नहीं जानता, ने केवाईसी जमा किया है।
सरकार ने कहा कि उन्होंने अभयपुरी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है और मामले में एक बैंक कर्मचारी के शामिल होने का संदेह है।
इस बीच, पुलिस ने कहा कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच की जा रही है और जालसाजों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
2021 विधानसभा चुनाव में नामांकन फॉर्म के साथ चुनाव आयोग को सौंपे गए सरकार के हलफनामे के अनुसार, उनके पास एसबीआई सहित पांच अलग-अलग बैंकों में पांच बैंक खाते हैं।