Delhi Election Result- कांग्रेस का वोट शेयर 2% बढ़ा
Delhi Election Result -70 विधानसभा क्षेत्रों में 5 फरवरी को हुए थे मतदान
नई दिल्ली। Delhi के विधानसभा चुनाव इस बार आम आदमी पार्टी हार गई। दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की वापसी हो रही है। चुनाव आयोग के आंकड़ों में 70 सीटों में से भाजपा 48 और आम आदमी पार्टी (AAP) 22 सीटों पर आगे चल रही है।
मालूम हो कि Delhi विधानसभा चुनाव के तहत बुधवार 5 फरवरी को राजधानी के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच 13,766 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई थी।
मतगणना आज सुबह आठ बजे शुरू हो गई थी। मतगणना के दौरान किसी को भी फ़ोन अंदर नहीं ले जाने दिया गया।
अब आते हैं कि आप हारी क्यों। कई मुद्दे थे जिन्होंने आप को हरा दिया। कांग्रेस और आप का अलग लड़ना। दोनों साथ होते तो बात कुछ और होती। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से निकली पार्टी पर घोटाले के गंभीर आरोप लगे। वीआईपी कल्चर को नकारने वाले अरविंद केजरीवाल शीशमहल के मुद्दे पर ही घिर गए। BJP चुनाव के दौरान ज्यादा एक्टिव दिखी। आप और कांग्रेस दिखे ही नहीं। लोगों को लगा कि जो अब आ नहीं रहा वो बाद में कैसे मिलेगा।
इस बीच भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा की बेटियां त्रिशा और सानिधि ने कहा कि “हम नई दिल्ली के लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं। दिल्ली के लोग झूठ बोलकर सरकार चलाने वाले व्यक्ति को दोबारा मौका देने की गलती कभी नहीं करेंगे। हमें पता था कि स्पष्ट जीत होगी, बस हम सही समय का इंतजार कर रहे थे। इस बार दिल्ली के लोगों ने झूठ को जीतने नहीं दिया…”
विस्तृत जानकारी के अनुसार इस बदलाव में AAP के अरविंद केजरीवाल हार गए। आतिशी चुनाव जीत गई हैं।
Delhi के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया जंगपुरा सीट से 600 वोट से हार गए। उन्होंने कहा कि हमने मेहनत की, लेकिन जनता का फैसला हमारे पक्ष में नहीं आया। हम उनका फैसला स्वीकार करते हैं। जंगपुरा सीट पर मनीष सिसोदिया को बीजेपी के तरविंदर सिंह मारवाह ने हराया है। मारवाह की राजनीति कांग्रेस से शुरू हुई थी, लेकिन 2020 के चुनाव के बाद उन्होंने बीजेपी जॉइन कर ली थी। एक समय वे शीला दीक्षित के करीबी साथी माने जाते थे।
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स्वाति मालीवाल ने रुझानों बीच एक फोटो पोस्ट की, जिसमें द्रौपदी चीरहरण हो रहा है। AAP की राज्यसभा सांसद ने अपनी ही पार्टी पर तंज कसा है।
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत का कहना है, ‘शुरुआती रुझानों में कड़ी प्रतिस्पर्धा दिख रही है। अगर कांग्रेस और आप साथ होते तो नतीजे अलग हो सकते थे। आप और कांग्रेस की राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बीजेपी है। दोनों ने बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए लड़ाई लड़ी, लेकिन वे अलग-अलग लड़े। अगर वे एक साथ होते तो पहले घंटे (मतगणना के) में बीजेपी की हार पक्की हो गई होती।”
भाजपा के वोट शेयर में 9% से ज्यादा का इजाफा
भाजपा ने पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले वोट शेयर में 9% से ज्यादा का इजाफा हुआ। वहीं, AAP को 10% से ज्यादा का नुकसान हुआ है। कांग्रेस को भले ही एक सीट मिलती नहीं दिख रही, लेकिन वोट शेयर 2% बढ़ाने में कामयाब रही।
भाजपा की 40 सीट बढ़ीं, आप की 40 सीट घंटी भाजपा की पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले 40 सीटें बढ़ीं। वहीं, AAP को 40 सीटों का नुकसान हुआ है। कांग्रेस इस बार भी खाली हाथ रहीं। एक भी सीट नहीं जीत सकी।
अन्ना हजारे ने कहा, मैंने चेताया था
Delhi चुनाव के रुझानों पर अन्ना हजारे ने कहा कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार को आचार शुद्ध होना, विचार शुद्ध होना, जीवन निष्कलंक और त्याग होना जरूरी है। अगर ये गुण उम्मीदवार में हैं तो मतदाताओं को उन पर विश्वास होता है। मैं बार-बार बताता गया, लेकिन उनके दिमाग में नहीं आया और वे शराब को ले आए। शराब यानी धन-दौलत से वास्ता हो गया।