जालंधर /लुधियाना
पंजाब में बहुत से इलाकों में 10 दिन से घना कोहरा और शीतलहर जारी है। इससे ठंड के साथ-साथ ठिठुरन बढ़ गई है। हाथ सुन्न हो रहे हैं। लगभग सारे सूबे में यही हाल है। लोग घरों और दफ्तरों के बाहर आग जला कर बैठे हुए दिख रहे हैं।
मौसम विभाग ने कल पंजाब में कोहरे और शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी किया था। इसके साथ ही पूर्वी मालवा में आज घने कोहरे के कारण दृश्यता यानी कि विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो गई है। अमृतसर, जालंधर, फगवाड़ा, लुधियाना और आसपास के जिलों का भी यही हाल है। इसके साथ ही पंजाब के ज्यादातर इलाकों में आज न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम रहने की उम्मीद है।
ज़्यादा ठंड को देखते हुए प्रशासन ने भी अलर्ट जारी किया है कि बच्चों और बूढ़ों को घर से न निकलने दिया जाये।
पूरे देश में हालात ऐसे ही हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पिछले साल जितनी ज्यादा गर्मी पड़ी, जनवरी 2024 के दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान समेत कई राज्यों में बारिश के सामान्य से अधिक होने का अनुमान है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि भारत के लिए बीता साल 2023 अब तक का दूसरा सबसे गर्म साल रहा। हालांकि विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि जनवरी के महीने में देश के अधिकांश हिस्सों में बहुत कठोर सर्दी पड़ सकती है। इसका कारण है -अल नीनो प्रभाव।
अल नीनो भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर का एक चक्रीय ताप है, जो दुनिया भर में व्यापक प्रभाव डालता है, जिसमें भारत में मॉनसून की शुरुआत के बाद बारिश की तीव्रता में कमी भी शामिल है। 2016 का सबसे गर्म वर्ष भी अल नीनो वर्ष था।
सर्दी का मौसम यानी जनवरी से मार्च 2024 के दौरान उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, में सामान्य बारिश होने का पूर्वानुमान है। यहां लंबे समय का औसत (एलपीए) का 86 से 114 फीसदी तक बारिश हो सकती है।