कपूरथला /जालंधर। पुष्पा गुजराल साइंस सिटी द्वारा 17वें और 18वें ऑल ब्रीड डॉग शो का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 40 से अधिक प्रजातियों के 150 से अधिक कुत्तों ने भाग लिया, जिनमें जर्मन शेफर्ड, लैब्राडोर रॉटवीलर, बॉक्सर, पोमेरेनियन पग, ब्लूमस्टाफिट कारवां, हिमालयन शीप, बुल्लिकुट्टा डोबर्मन पिंसर, अमेरिकन बुलडॉग, रॉटवीलर ग्रेट डेन आदि शामिल थे। इस डॉग शो के माध्यम से, कुत्ते प्रेमियों को इन पालतू जानवरों में पाए जाने वाले विविध जीन पूल के बारे में जानने के लिए एक मंच प्रदान किया गया।
इस अवसर पर साइंस सिटी के महानिदेशक डा. मनीष कुमार आई.एफ.एस द्वारा भेजे गए संदेश में इन पालतू जानवरों और मनुष्यों के बीच मजबूत संबंधों पर जोर दिया गया। उन्होंने हमारे जीवन में इस पालतू जानवर की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे दैनिक कार्य, खेल-कूद, शिकार आदि क्षेत्रों में यह हमारे लिए जितना उपयोगी है, उतना कोई दूसरा नहीं हो सकता। साइंस सिटी में यह डॉग शो मालिकों, प्रजनकों और प्रेमियों के लिए अपने पालतू जानवरों को प्रदर्शित करने का एक अनूठा मंच है।
इस अवसर पर शो के संयोजक डाॅ. मुनीश सोइन वैज्ञानिक-डी साइंस सिटी ने कहा कि कुत्तों की विभिन्न नस्लों की विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए समाज में उनकी विविधता के बारे में जागरुकता पैदा करना ज़रूरी है। उन्होंने बताया कि सभी कुत्ते एक ही प्रजाति के हैं और उनके जीन ही यह निर्धारित करते हैं कि वे चिहुआहुआ हैं या ग्रेट डेन। इस पालतू जानवर के जीन में बहुत भिन्नता आ गई है जो रंग और आकार के आधार पर आनुवंशिक भिन्नता पैदा करता है। इस अवसर पर बेंगलुरु से ऋषिया हेमचंद्रन, पटियाला से एस. हरचंद सिंह और जालंधर से एनएस औजला जूरी सदस्य थे। साइंस सिटी में कुत्तों के जीन पूल और घरेलू जैविक विविधता की जानकारी को लेकर एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।