पटना। पिछले दिनों राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने और नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, नीतीश कुमार आज बिहार विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करेंगे।
विधानसभा कार्यक्रम के अनुसार, बजट सत्र विधानमंडल के दोनों सदनों में राज्यपाल आर वी आर्लेकर के संबोधन के साथ शुरू होगा। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। चौधरी, जो राजद से हैं, ने भाजपा और जद (यू) के आह्वान के बावजूद पद छोड़ने से इनकार कर दिया है और प्रस्ताव पेश होने से पहले इस्तीफा दे सकते हैं। राजद ने स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने से पहले नीतीश को बहुमत साबित करने की चुनौती दी है।
अभी की स्थिति के हिसाब से एनडीए का दावा है कि उसके पास 128 विधायकों का समर्थन है, जो 243 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े 122 से छह अधिक है। इसमें भाजपा के 78, जदयू के 45, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के चार और एक निर्दलीय विधायक हैं। राजद, कांग्रेस, सीपीआई (एमएल) लिबरेशन, सीपीआई और सीपीआई (एम) वाले महागठबंधन के पक्ष में 114 विधायक हैं। असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम का एक विधायक है।
रविवार को नीतीश कुमार को कुछ चिंताजनक क्षणों का सामना करना पड़ा क्योंकि उसके पांच विधायक विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए। विधायक पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के घर पर डेरा डाले हुए थे।