आठ फरवरी को होने वाले हैं आम चुनाव, सईद के बेटे ताल्हा को भी टिकट दिया गया
इस्लामाबाद। पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी आम चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है। आठ फरवरी को पाकिस्तान में होने वाले आम चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तो कमर कस ही ली है।
हैरत की बात तो ये है कि 2008 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की राजनीतिक पार्टी भी इस चुनावों में अपने उम्मीदवार खड़े कर रही है। हाफिज सईद ने अपने नए राजनीतिक संगठन से राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं। कहा जा रहा है कि पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी ।
दूसरी ओर पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री ने इमरान खान ने कोशिश कि थी कि किसी तरह उनको चुनाव तक राहत मिल जाए पर कोर्ट ने सख्त रुख बरकरार रखा है। उनकी पार्टी के समर्थकों में मायूसी का आलम है।
नवाज शरीफ सरीखे नेता लंदन से आकर लगे हुए हैं कि जनता को लुभाने के लिए कुछ किया जाए।
मिली जानकारी के अनुसार, आम चुनाव में आतंकी हाफिज सईद समर्थित पार्टी PMML (पाकिस्तान मरकज़ी मुस्लिम लीग ) ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। उम्मीदवारों की लिस्ट में हाफिज सईद के बेटे ताल्हा को भी टिकट दिया गया है।
बता दें लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का संस्थापक हाफिज सईद, प्रतिबंधित जमात-उद-दावा (जेयूडी) के कुछ अन्य नेताओं के साथ कई आतंकी वित्त मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद 2019 से जेल में है। पाकिस्तान मिल्ली मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) पार्टी का कहना है कि यह एक राजनीतिक पार्टी है, जिसका चुनाव चिन्ह ‘कुर्सी’ है।
लोगों की सेवा करने का है मन
पीएमएमल के अध्यक्ष खालिद मसूद सिंधु ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि हम भ्रष्टाचार के लिए नहीं बल्कि लोगों की सेवा करने और पाकिस्तान को एक इस्लामिक कल्याणकारी राज्य बनाने के लिए सत्ता में आना चाहते हैं।
बता दें खालिद मसूद सिंधु NA-130 लाहौर से उम्मीदवार हैं, जहां से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी चुनाव लड़ रहे हैं। हाफिज सईद के बेटे ताल्हा सईद लाहौर को एनए-127 से उम्मीदवार बनाया गया है। हालांकि खालिद मसूद सिंधु ने सोमवार को दावा किया कि हाफिज सईद का पीएमएमएल से कोई लेना-देना नहीं है।
2024 के चुनावों के लिए, एमएमएल पर प्रतिबंध के कारण पीएमएमएल का गठन किया गया है। अमेरिका ने आतंकवादी हाफिज सईद पर 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा है।
हाफिज सईद की जमात उद दावा, लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का ही संगठन है, जो 2008 के मुंबई हमले को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है। इस हमले के दौरान छह अमेरीकियों समेत 166 लोगों की मौत हो गई थी।
कई मसले हैं सामने
पड़ोसी देश पाकिस्तान में आजकल जनता को कई दिक्क्तें पेश आ रही हैं। आतंकवाद सबसे बड़ा मसला रहा है। अब ये नासूर देश को खाने लगा है। यदा कदा टेर्रोरिस्ट्स खुद के ही लोगों को मारने लगे हैं। उन आतंकवादियों को भी मारा जा रहा है जिनकी भारत को तलाश है।
इसके अलावा आर्थिक हालात फटे हाल में हैं। कर्जा बहुत है। जो देश पहले कर्ज देते थे वो अब गारंटी मांग रहे हैं कि कर्ज कैसे लौटाया जायेगा।
महंगाई आसमान छू रही है। रूटीन का सामान जैसे आटा, दाल, चाय पत्ती आदि के दाम लोगों की पहुँच से बाहर हैं।
रही सही कसर पिछले साल आई बाढ़ ने पूरा कर दी थी। सब कुछ बह गया। ज़मीन जो अनाज पैदा करती थी, बह गई।
बिजली इतनी ज्यादा महंगी हो गई है कि क़रीब 1600 कपड़ा फैक्टरी बंद हो गई हैं। लोग बेरोज़गार हो गए हैं। बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे।
राजनीतिक अस्थिरता के कारण लोग विदेश भाग रहे हैं।
अब ऐसे में अगर सईद जैसे लोग चुनाव लड़ेंगे तो देश कहाँ जायेगा। लोगों का भविष्य क्या होगा। ये तो फरवरी के बाद ही पता चलेगा।