MARITON HOTEL DISPUTE- निवेशक सुभाष महेन्द्रु ने खुद को पुलिस की ढीली कार्रवाई से असंतुष्ट बताया
MARITON HOTEL DISPUTE-आरोप-सुबूत दिए, गवाह भी पेश, पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
जालंधर। MARITON HOTEL DISPUTE-दोआबा के बिजनेस सेक्टर से जुड़ा होटल मैरीटन निवेश विवाद अब पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट जा सकता है। पुलिस में शिकायत देने के बाद सबूत व गवाह पेश कर चुके निवेशक सुभाष महेन्द्रु ने खुद को पुलिस की ढीली कार्रवाई से असंतुष्ट बताया है। उन्होंने कहा, जल्द उचित कार्रवाई न हुई तो वो केस लेकर हाईकोर्ट चले जायेंगे।
मालूम हो जालंधर में साल 2022 में लांच हुए होटल मैरीटन के संचालक व निवेशक 2 साल बीतने के बाद आपस में उलझ गए हैं। निवेशक सुभाष महेन्द्रु ने बीते साल होटल के मौजूदा प्रबंधकों के खिलाफ पुलिस में ठगी-जालसाजी व मजबूर करके ब्लैकमेल किए जाने के आरोपों के साथ शिकायत दायर की थी।
MARITON HOTEL DISPUTE-बार्टर एग्रीमेंट की शर्तों का उल्लघंन किया था

महेन्द्रु ने बताया कि वर्तमान मैनेजिंग डायरैक्टर परमजीत सिंह मरवाहा के खिलाफ बार्टर एग्रीमेंट की शर्तों का उल्लघंन करने के आरोप में पुलिस के पास ठगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। सुभाष ने अपने आरोप को साबित करने के लिए होटल के पूर्व एम.डी सिमरदीप सिंह ठुकराल को मुख्य गवाह बनाया और एग्रीमैंट की कापी भी पेश की है।
महेन्द्रु का दावा है कि जांच अधिकारी एसीपी परमजीत सिंह के समक्ष हुई वार्तालाप के दौरान उत्तरवादी पक्ष ने एग्रीमैंट को लिखित में तस्दीक करते हुए 127 कॉपियों तक की सेवाएं देने के लिए खुद को पाबंद माना था। साथ ही सेवाएं न देने के बदले के कारण भी पेश किए थे। मगर बावजूद इसके पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया।
