By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Telescope TimesTelescope TimesTelescope Times
Notification Show More
Font ResizerAa
  • Home
  • Recent Post
  • My Punjab
  • National
  • International
  • Cover Story
  • Health & Education
  • Web Stories
  • Art/Cinema & More
    • Science & Tech
    • Food & Travel
    • Fashion & Style
    • Sports & Stars
  • E-Paper Telescope Times
Reading: MUKTIBODH की 107वीं जयंती मनाई, समय-समाज की चुनौतियां और मुक्तिबोध पर परिसंवाद
Share
Font ResizerAa
Telescope TimesTelescope Times
Search
  • Home
  • Recent Post
  • My Punjab
  • National
  • International
  • Cover Story
  • Health & Education
  • Web Stories
  • Art/Cinema & More
    • Science & Tech
    • Food & Travel
    • Fashion & Style
    • Sports & Stars
  • E-Paper Telescope Times
Have an existing account? Sign In
Follow US
Telescope Times > Blog > Art & Cinema > MUKTIBODH की 107वीं जयंती मनाई, समय-समाज की चुनौतियां और मुक्तिबोध पर परिसंवाद
Art & Cinema

MUKTIBODH की 107वीं जयंती मनाई, समय-समाज की चुनौतियां और मुक्तिबोध पर परिसंवाद

The Telescope Times
Last updated: November 14, 2024 10:21 pm
The Telescope Times Published November 14, 2024
Share
MUKTIBODH
MUKTIBODH
SHARE

प्रगतिशील लेखक संघ लखनऊ इकाई द्वारा कैफ़ी आज़मी एकेडमी में आयोजन

लखनऊ। मुक्तिबोध/ MUKTIBODH की 107वीं जयंती पर प्रगतिशील लेखक संघ लखनऊ इकाई द्वारा कैफ़ी आज़मी एकेडमी में ” समय- समाज की चुनौतियां और मुक्तिबोध” नाम से परिसंवाद का आयोजन किया।

Contents
प्रगतिशील लेखक संघ लखनऊ इकाई द्वारा कैफ़ी आज़मी एकेडमी में आयोजनप्रेमचंद के प्रभाव पर बात रखी

कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि नरेश सक्सेना जी ने की। वक्ताओं में फैजाबाद से वरिष्ठ आलोचक और कवि रघुवंश मणि, बनारस से वंदना चौबे और लखनऊ से सूरज बहादुर थापा जी ने भागीदारी की। कार्यक्रम का संचालन इरा श्रीवास्तव और धन्यवाद ज्ञापन रीता चौधरी जी ने पेश किया।

अपने वक्तव्य में रघुवंश मणि ने मुक्तिबोध की “मैं शैली” को समझने पर बल दिया। साथ ही बताया कि मुक्तिबोध का कवि के साथ साथ एक आलोचक के रूप में भी महत्वपूर्ण योगदान है क्योंकि उन्होंने आलोचना को कई बीज शब्द दिए।

वंदना चौबे ने उनके राजनीतिक लेखन और उनके कार्यकर्ता स्वरूप को सामने रखा और उनकी कविता को समझने के लिए उनके इस रूप को समझना जरूरी बताया। उन्होंने बेस और सुपर स्ट्रक्चर में बेस के रूप में काम कर रहे अर्थ तंत्र को समझने का आग्रह किया और उनकी कहानियों पर भी चर्चा की।

प्रेमचंद के प्रभाव पर बात रखी

वंदना चौबे ने उनके राजनीतिक लेखन और उनके कार्यकर्ता स्वरूप को सामने रखा

प्रोफेसर सूरज बहादुर थापा ने मुक्तिबोध पर मराठी कवि हरि नारायण आप्टे और प्रेमचंद के प्रभाव पर बात रखी जिन्हें उनकी मां ने उन तक पहुंचाया और जिन्हें पढ़ समझ कर ही उनके भीतर एक क्रांतिकारी और विद्रोही मुक्ति बोध का निर्माण हुआ जिसने मुखर हो कर सत्ता में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लिखा।

अपने अध्यक्षीय भाषण में ख्यात वरिष्ठ कवि नरेश सक्सेना ने मुक्तिबोध को समझने के लिए उनके काव्य के लयात्मक पक्ष को समझने पर बल दिया और उनकी कुछ कविताओं की लय और ताल की व्याख्या करके सुर में उन्हें जब सुनाया तो लोग मंत्रमुग्ध हो गए।

MUKTIBODH कार्यक्रम में चंडीगढ़ से कुलदीप सिंह दीप आए.

कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति रूप रेखा वर्मा, चंडीगढ़ से आए कुलदीप सिंह दीप, रंगकर्मी राकेश वेदा, दीपक कबीर, प्रदीप घोष, नलिन रंजन, ऊषा राय, अनूप मणि त्रिपाठी, अनिल कुमार श्रीवास्तव, फरज़ाना मेंहदी, आशीष सिंह सहित बड़ी संख्या में शहर के बुद्धिजीवियों, विद्यार्थियों और शोधार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।

You Might Also Like

Reem shaikh : पाकिस्तान जाओ’ कहने वालों को जवाब, शादी की खबरों पर भी सफाई

Abhishek Bachchan ने ऐश्वर्या राय से अलगाव की अफवाहों पर तोड़ी चुप्पी

Shefali Jariwala का निधन, मॉडल-एक्ट्रेस कांटा लगा गाने से हुई थी मशहूर

VINEET TIWARI : दुनिया को अमन चाहिए लेकिन मुनाफ़ाखोरों को जंग

Anupama के सेट पर लगी भीषण आग, बड़ा हिस्सा खाक

TAGGED:lucknowMUKTIBODHकैफ़ी आज़मी एकेडमीमुक्तिबोध
Share This Article
Facebook Twitter Email Print
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Follow US

Find US on Social Medias
FacebookLike
TwitterFollow
InstagramFollow
YoutubeSubscribe
newsletter featurednewsletter featured

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Popular News
The Telescope
Science & Tech

60 सेकंड में जानें 10 दिन का मौसम

The Telescope Times The Telescope Times November 19, 2023
Delhi Liquor Policy Case: सुप्रीम कोर्ट ने AAP नेता संजय सिंह को दी जमानत
पंचायत चुनावों पर हाईकोर्ट की रोक से AAP की सत्ता का दुरुपयोग उजागर : BAJWA
Japan Earthquake -मरने वालों की संख्या 62 हुई, अब भारी बारिश की चेतावनी
97th Oscar : ‘Laapataa Ladies’ मिलेंगी ऑस्कर में
- Advertisement -
Ad imageAd image
Global Coronavirus Cases

INDIA

Confirmed

45M

Death

533.3k

More Information:Covid-19 Statistics

About US

The Telescope is an INDEPENDENT MEDIA platform to generate awareness among the masses regarding society, socio-eco, and politico.

Subscribe US

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

© 2023 Telescopetimes. All Rights Reserved.
  • About
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
Join Us!

Subscribe to our newsletter and never miss our latest news, podcasts etc..

Zero spam, Unsubscribe at any time.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?