कहाः मोदी का संदेश स्पष्ट-राष्ट्र की एकता, अखंडता से बड़ा कोई नहीं
नई दिल्ली। मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम गुट) को गृह मंत्रालय ने प्रतिबंधित संगठन घोषित किया है।
कारण है -संगठन और इसके सदस्य जम्मू-कश्मीर में देश विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों का समर्थन करते हैं और लोगों को जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक नियम स्थापित करने के लिए उकसाते हैं। इस संगठन पर कई केस दर्ज हैं।
उन्होंने बताया कि देश विरोधी गतिविधियों की वजह से इस संगठन पर UAPA के तहत बैन लगाया गया है।
मंत्रालय का कहना है कि संगठन राष्ट्र विरोधी, अलगाववादी गतिविधियों और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहता है इसलिए इसे बैन किया जा रहा है। ये देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है।
मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम गुट) पर प्रतिबंध की घोषणा करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश बिलकुल स्पष्ट है कि राष्ट्र की एकता, संप्रभुता और अखंडता के ख़िलाफ़ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसे कड़े कानून का सामना करना पड़ेगा।
एक्स पर गृह मंत्री ने लिखा- “मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम गुट) को ग़ैर-कानूनी संगठन घोषित किया जा रहा है। संगठन और इसके सदस्य जम्मू-कश्मीर में देश विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों का समर्थन करते हैं और लोगों को जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक नियम स्थापित करने के लिए उकसाते हैं। “
पीआईबी पर जारी गृह मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस संगठन के ख़िलाफ़ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम 1967 (यूएपीए), आईपीसी 1860, आर्म्स एक्ट 1959 और रणबीर दंड संहिता 1932 की कई धाराओं के तहत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
संगठन बनाने वाला जेल में है
मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर संगठन को मसरत आलम भट्ट ने बनाया था। वो 2019 से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। 50 साल के मसरत पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकी फंडिंग केस में मामला दर्ज किया है। 2010 में कश्मीर घाटी में बड़े पैमाने पर देश विरोधी प्रदर्शनों में उसकी कथित भूमिका के चलते उसे गिरफ्तार किया गया था। उस पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत मामला दर्ज है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आलम के खिलाफ 27 FIR दर्ज हैं। उसके खिलाफ 36 बार PSA के तहत मामला दर्ज किया गया है। मार्च 2015 में, मसरत आलम को रिहा कर दिया गया था, जिससे पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के खिलाफ विरोध शुरू हो गया, जो उस समय BJP के साथ सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल थी।