PARVEEN ABROL : उनके अनुभव को देखते हुए भारतीय खाद्य निगम ने लिया यह फैसला
जालंधर। समाज सेविका प्रवीण अबरोल (PARVEEN ABROL) को कार्यस्थल पर शारीरिक शोषण रोकथाम कमेटी का मेंबर नियुक्त किया गया है। यह फैसला उनके अनुभव को देखते हुए लिया गया है। भारतीय खाद्य निगम ने उन्हें साल 2023-24 के लिए नामित किया है। निगम की इस कमेटी में 5 अनुभवी सदस्य हैं जिनमें एक नाम उनका है। यह कमेटी कार्यस्थल पर शारीरिक शोषण से जुड़े मसले सुनेगी और जांच और तहकीकात के बाद उनका उपयुक्त हल सुझाएगी। कमेटी इस बात का ध्यान रखेगी कि किसी के साथ भी धक्का न हो।
PARVEEN ABROL : बातचीत के द्वारा कई लोगों के घर टूटने से बचाये
PARVEEN ABROL NGO दिव्य दृष्टि भी चलाती हैं। उन्होंने अपने अनुभवों पर एक किताब लिखी है। वो लोक अदालत, महिला थाना के अलावा साँझ कमेटी से भी जुड़ी हुई हैं। उन्होंने बातचीत के द्वारा कई लोगों के घर टूटने से बचाये हैं। वो खुद भी फ्री फैमिली काउंसिलिंग सेंटर चला रही हैं। इस सेंटर के द्वारा विवाहित जोड़े उनसे खुल कर बात करते हैं और वो समस्या समझ कर उन्हें हल बताती हैं।
उनका कहना है कि बहुत से मसले बात न करने से शुरू होते हैं और समय के साथ बढ़ते जाते हैं। अगर कोई समय पर उन्हें सुन कर या समझ कर काउंसिलिंग कर दे तो बात बन सकती है। पिछले दिनों उन्हें स्टेट की काउंसिलिंग कमेटी में भी रखा गया था।
उन्होंने कहा कि अगर काम पर भी अगर कोई किसी को परेशान कर रहा है तो बुरा है। इसका मन और सेहत पर असर होता है। कार्यस्थल पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग, गाहे-बगाहे छूना या फिर कमेंट करना गलत व्यवहार में आता है। उन्होंने कहा, संकोच के कारण कई बार लड़की या लड़का अपनी बात बता नहीं पाते ऐसे में ऐसी कमेटियां अच्छा रोल निभा सकती हैं।