Raksha Bandhan : 19 अगस्त को राखी बांधने का शुभ समय दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से
जालंधर। रक्षा बंधन हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। पारंपरिक हिंदू त्योहार भाइयों और बहनों के बीच पवित्र बंधन की याद दिलाता है। यह दिन सुरक्षा, प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। इस वर्ष का रक्षा बंधन उत्सव 19 अगस्त को है। लोगों को भद्रा काल के दौरान राखी बांधने से बचने की सलाह दी जाती है, जो सुबह 5:53 बजे से दोपहर 1:32 बजे के बीच पड़ता है। काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के मुताबिक इस साल इस अवसर पर छह संयोग बन रहे हैं।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, सावन पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त, सोमवार को सुबह 3:04 बजे शुरू होगी और यह उसी तिथि पर रात 11:55 बजे समाप्त होगी। सूर्योदय की तिथि के आधार पर रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त को मनाया जाएगा.
शुभ संयोग और भद्रा
इस साल रक्षाबंधन पर छह शुभ संयोग बन रहे हैं, जिससे राखी का त्योहार बेहद शुभ फलदायी रहेगा। राखी के दिन राज पंचक, सावन सोमवार, सावन पूर्णिमा है, जबकि सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और शोभन योग बन रहा है. इन शुभ संयोगों के कारण रक्षाबंधन का त्योहार खास हो जाएगा। रक्षाबंधन पर भद्रा सुबह 05:53 बजे से दोपहर 01:32 बजे तक रहेगी। इस दौरान आपको राखी बांधने से बचना चाहिए।
19 अगस्त को राखी बांधने का शुभ समय दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से रात 9 बजकर 08 मिनट तक है। इस आधार पर इस वर्ष रक्षाबंधन मुहूर्त सात घंटे से अधिक समय तक रहेगा।
राज पंचक: रक्षाबंधन के दिन राज पंचक शाम 07:00 बजे शुरू होता है और अगले दिन सुबह 05:53 बजे तक रहता है। इससे संपत्ति और सरकारी कार्यों में सफलता मिलती है।
सावन सोमवार: सावन सोमवार को बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं। इस बार श्रावण मास का समापन भी सोमवार को हो रहा है. सावन सोमवार के व्रत और पूजा से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होंगी।
सावन पूर्णिमा: इस रक्षाबंधन पर सावन पूर्णिमा भी है। सावन पूर्णिमा पर स्नान, दान और व्रत करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण कथा का आयोजन करने से परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
सर्वार्थ सिद्धि योग: रक्षाबंधन पर सभी कार्यों में सफलता प्रदान करने वाला सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। यह योग सुबह 05:53 बजे से सुबह 08:10 बजे तक रहेगा।
रवि योग: रक्षाबंधन के दिन रवि योग भी सुबह 05:53 बजे से सुबह 08:10 बजे तक है। इसमें सूर्य का प्रभाव अधिक होता है और इस योग में सभी दोष समाप्त हो जाते हैं।
शोभन योग: रक्षाबंधन पर पूरे दिन शोभन योग है। इसका स्वामी ग्रह देव गुरु बृहस्पति है, जो शुभता का प्रतीक है।