Sodal Mela-गृहणी और टीचर्स की बाली कान से उतार ली गई
Sodal Mela -भीड़ बहुत ज्यादा होने के कारण चोर और असामाजिक तत्वों की मौज
जालंधर। हर साल सोढल मेला /SODAL MELA सितम्बर महीने में मनाया जाता है। कई दिन पहले इसकी तैयारी शुरू हो जाती है। पुलिस वालों की ड्यूटी लग जाती है। लेकिन हर साल लोगों के पर्स चोरी हो जाते हैं। बालियां नोच ली जाती हैं। युवकों द्वारा छेड़खानी की जाती है और कमेंट पास किया जाते हैं।
इस बार भी ऐसा ही कुछ हुआ। भीड़ बहुत ज्यादा होने के कारण चोर और असामाजिक तत्वों की मौज लग जाती है। ऐसे लोग इसी बात की खोज में रहते हैं, कब मौका मिले और वो चोरी करें। बहुत से लोग तो पुलिस के पास भी नहीं जाते। बस वो अगली बार से मेला जाना छोड़ देते हैं। इस बार इस अख़बार को कई जानकार लोगों ने बताया कि कैसे मेले में उनका सोने का गहना चोरी हुआ। इसमें गृहणी और टीचर्स तक शामिल हैं। गृहणी और टीचर्स की बाली कान से उतार ली गई ।
लोगों की मांग है कि प्रशासन को चाहिए कि एक रास्ता बनाये और सिर्फ उसी रस्ते लोग मंदिर तक जा सकें। इससे भीड़ भी कंट्रोल में रहेगी और सब पर नज़र रहेगी। क्योंकि मेला कई दिन तक चलता है तो माथा टेकने में दिक्कत नहीं आएगी। लोगों के जान माल की रक्षा की जा सकेगी।
आयोजकों भी चाहिए कि मेले के दौरान साफ़ सफाई की व्यवस्था रखें। सड़े सामान से बदबू आने लगती है। सांस लेना दूभर हो जाता है। जहाँ इतना कुछ किया जा रहा है, वहां बड़े बड़े डस्टबिन रखवाएं जा सकते हैं।