SON LEFT HOME : सारा घर खाली, नहीं ले गए बुजुर्ग को
SON LEFT HOME : किसी ने मकान मालिक को फ़ोन पर सूचना दी
SON LEFT HOME: सरकार करवाएगी अब पिता का इलाज
SON LEFT HOME : कोच्चि। (SON LEFT HOME ALONG OLD-AILING FATHER )जब लोग अपने घर जाते हैं या फिर मकान बदलते हैं तो जिन चीजों की जरुरत नहीं उन चीजों को पीछे छोड़ना सामान्य बात है, लेकिन कोच्चि के उपनगर इरूर में, एक व्यक्ति और उसका परिवार अपने किराए के आवास से बाहर चले गए और अपने बूढ़े और बीमार पिता को वहीँ छोड़ गए। न तो बूढ़े और बीमार पिता को जाने के बारे बताया और न ही किराया देकर गए।
लोगों ने मकान मालिक को फ़ोन पर सूचना दी तो सारा माजरा सामने आया। किसी को नहीं पता कि आख़िरकार परिवार गया कहाँ गया है। वो अपाहिज हैं और इस बुजुर्ग व्यक्ति को दो दिनों से बिना भोजन और दवा के रहना पड़ा ।
विस्तृत जानकारी के अनुसार, स्थानीय लोग शनिवार की सुबह उस समय हैरान रह गए जब उन्हें पता चला कि लंबे समय से बीमार चल रहे 70 वर्षीय शनमुघम को उनके ड्राइवर बेटे अजित ने छोड़ दिया है और परिवार एक अज्ञात नए स्थान पर चला गया है।
अजित के पूर्व मकान मालिक ने कहा कि उन्हें कुछ समय से किराया नहीं मिल रहा था और उन्होंने समाधान के लिए पुलिस से संपर्क किया था। घर के मालिक ने आरोप लगाया कि अजित अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ यहाँ रहता था। पुलिस ने कहा कि बेटे के खिलाफ माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम, 2007 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। त्रिपुनिथुरा पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि अजित ने अपनी बहनों को भी अपने पिता से मिलने से रोक दिया था।
अजित ने पुलिस से कहा था कि वह घर खाली कर देगा लेकिन उसे कुछ और समय चाहिए। कल ही किसी ने मुझे बताया कि उन्होंने तो मेरा घर खाली कर दिया है। सारा सामान ले गए हैं लेकिन पिता को छोड़ गए।
SON LEFT HOME : तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी
लेकिन मुझे यह भी बताया गया कि पीछे किसी को छोड़ दिया गया है, क्योंकि घर से खांसी की आवाज़ आ रही है,और एक कमरे में लाइट जल रही है।’ जब मैं अपने घर पहुंचा तो देखा कि पूरा घर साफ़ हो चुका था लेकिन उसके बूढ़े और असहाय पिता बिस्तर पर लेटे हुए थे। घर के मालिक ने कहा, ”मैंने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी।”
त्रिपुनिथुरा पुलिस स्टेशन में एसआई रेशमा ने कहा कि अजित और उसकी दो बहनों के बीच इस बात को लेकर विवाद था कि वह अपने पिता को कैसे रखता था। शायद उनकी देखभाल नहीं हो रही थी।
SON LEFT HOME : लोगों को अलग-अलग लोकेशन बताई
“हमें बताया गया कि एक बेटी अपने पिता को अपने साथ ले जाने को तैयार थी, लेकिन अजित उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दे रहा था। हमने अजित से बात की और उन्होंने कहा कि वह वागामोन में थे। हालाँकि, उन्होंने अलग-अलग लोगों को अलग-अलग लोकेशन बताई हैं जो उन्हें कॉल कर रहे हैं।
एसआई रेशमा ने कहा, शायद अजित को अभी ही लग रहा होगा कि पुलिस उसे ढूंढ नहीं पायेगी। साथ ही आस-पास इस बात को लेकर भी चर्चा है कि माँ -बाप अपना सबकुछ लगा देते हैं बच्चों को पालने में लेकिन कुछ बच्चे इसका अहसान नहीं रख पाते। पुलिस ने कहा-जल्द ही पता करेंगेपरिवार ने ऐसा क्यों किया।
“साइबर पुलिस की मदद से हम जल्द ही उसका पता लगा लेंगे। हम उसके खिलाफ मामला दर्ज करेंगे,” एसआई रेशमा ने कहा।
SON LEFT HOME : इस बीच, पुलिस बीमार पिता को इलाज के लिए एक सरकारी अस्पताल ले गई है। राज्य मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप किया और मीडिया रिपोर्टों के आधार पर स्वयं मामला दर्ज किया। आयोग की सदस्य वी के बीना कुमारी ने त्रिपुनिथुरा स्टेशन हाउस अधिकारी को जांच करने के बाद इस संबंध में 10 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि शनमुघन को पर्याप्त उपचार और देखभाल प्रदान की जाएगी।
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