साई ने कहा, 18 लाख घरों को मंजूरी देना सबसे पहला काम होगा
रायपुर। आदिवासी नेता विष्णुदेव साई (59) साई छत्तीसगढ़ के नये सीएम बनाए गए हैं। कारण कई हैं पर सबसे बड़ा या है कि क्योंकि स्टेट में 32 फीसदी आबादी आदिवासियों की है तो वो उनको अच्छे से संभाल सकते हैं।
दूसरा वो पार्टी के वैचारिक संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भी पसंदीदा कहे जाते हैं।
इसके अतिरिक्त, वह पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के करीबी हैं, जो अब तक राज्य में पार्टी के सबसे बड़े नेता थे। ऐसे में किसी भी विरोध की गुंजाइश नहीं थी।
सबसे बड़ी बात अमित शाह ने एक बार कुनकुरी में चुनावी रैली में कहा था कि अगर वह सत्ता में आए तो साई को ‘बड़ा आदमी’ बना देंगे। शाह ने अपना वादा पूरा किया है।
वो 2024 के आम चुनाव के लिए नेता के रूप में भी भाजपा की पसंद हैं। 10 दिसंबर को दोपहर 54 नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में उन्हें बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया।
मालूम हो कि एक सप्ताह के विचार-विमर्श के बाद उनके नाम को फाइनल किया गया। आदिवासी अन्य पिछड़ा वर्ग के बाद राज्य में सबसे बड़ा जनसंख्या समूह हैं। एक ऐसी स्थिति जिसने शुरू में भाजपा को एक आदिवासी और एक ओबीसी सदस्य को चुनने के बीच उलझा दिया था।
ये भी है कि राज्यों के आदिवासी क्षेत्रों में पार्टी के अभूतपूर्व प्रदर्शन को देखते हुए यह निर्णय आदिवासियों के पक्ष में गया। भाजपा आदिवासियों की पसंदीदा सूची में कभी भी शीर्ष पर नहीं रही पर मूड बदलने और आदिवासी बहुल सरगुजा क्षेत्र की सभी 14 विधानसभा सीटों और बस्तर की 12 में से आठ सीटों पर कब्जा करने में कामयाब रहने पर ये फैसला लेना पड़ा।
चार बार के सांसद
वो 2020 से 2022 तक पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष रहे हैं। चार बार सांसद रहे हैं। अपनी संगठनात्मक क्षमता के लिए जाने जाते हैं और उनकी गैर-विवादास्पद छवि है।
इससे पहले वह बीजेपी राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य रह चुके हैं। जब 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई, तो उन्हें इस्पात के लिए कनिष्ठ मंत्री के रूप में नामित किया गया था।
विष्णुदेव साई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के अन्य नेताओं को धन्यवाद देते हुए कहा,
‘मुख्यमंत्री के तौर पर मैं सरकार के जरिए पीएम मोदी की गारंटी को पूरा करने की कोशिश करूंगा। ‘
उन्होंने कहा, 18 लाख घरों को मंजूरी देना (आवास योजना के लाभार्थियों के लिए) राज्य में पहला काम होगा।