Gold Smuggling Case: राव से 12.56 करोड़ के सोने के बिस्किट जब्त किये गए थे
Gold Smuggling Case: छह महीनों में दुबई की 27 यात्राएं कीं
बेंगलुरु। Gold Smuggling Case: सोना तस्करी मामले में गिरफ्तार कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव के सौतेले पिता डीजीपी रामचंद्र राव भी जांच के घेरे में आ गए हैं। कर्नाटक सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए डीजीपी रामचंद्र को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि आईपीएस ऑफिसर राव फिलहाल कर्नाटक स्टेट पुलिस हाउसिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) के.वी.शरथ चंद्रा को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। शरथ चंद्रा को कर्नाटक राज्य पुलिस आवास एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड, बेंगलुरु के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। यह पद राव के सौतेले पिता के पास था।
दुबई से आने पर 3 मार्च को केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अभिनेत्री रान्या राव से 12.56 करोड़ रुपये मूल्य की सोने के बिस्किट जब्त किये गए थे। इसके बाद उनके आवास की तलाशी के दौरान अधिकारियों को 2.06 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये नकद मिले थे। डीआरआई के अलावा प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई भी मामले की एक साथ जांच कर रही हैं।
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर एक्ट्रेस को किया था गिरफ्तार

कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव को सोना तस्करी मामले में बेंगलुरु एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया था। एक्ट्रेस के कब्जे से 14.8 किलो सोना जब्त किया था। जिसकी कीमत करीब 12.56 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसके बाद अधिकारियों ने उनके आवास की तलाशी ली और वहां से 2.06 करोड़ के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये कैश बरामद किए। बता दें कि रान्या राव ने पिछले छह महीनों में दुबई की 27 यात्राएं कीं और उनमें से चार यात्राएं केवल 15 दिनों के भीतर की थीं।
इससे पहले सोना तस्करी मामले में मुख्य आरोपी कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव ने आरोप लगाया कि राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने उनके साथ मारपीट की, भूखा रखा और उन्हें खाली कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया।
6 मार्च को बेंगलुरू में डीआरआई के अतिरिक्त महानिदेशक को लिखे पत्र में रान्या ने दावा किया कि उन पर झूठा मामला थोपा गया है। उन्होंने कहा कि दुबई से लौटने पर उन पर 14 किलो से अधिक सोना ले जाने का गलत आरोप लगाया गया था।