मैच में धार्मिक -राजनीतिक संदेश वाले स्टिकर नहीं लगाए जा सकते
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर फ़लस्तीन के पक्ष में समर्थन जताने पर पाकिस्तानी क्रिकेटर आज़म ख़ान को मैच फ़ीस का पचास प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।
उन्हें पाकिस्तान में होने वाली एक राष्ट्रीय क्रिकेट लीग के दौरान बल्ले पर फ़लस्तीनी झंडे का स्टिकर लगाने पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से जुर्माने का सामना करना पड़ा है।
राष्ट्रीय टी-20 टूर्नामेंट में बल्लेबाज़ आज़म ख़ान की ओर से अपने बल्ले पर फ़लस्तीनी झंडे का स्टिकर लगाने पर मैच फ़ीस का पचास प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के नियम और शर्तों के तहत खिलाड़ियों की किट या सामान पर पहले से स्वीकृत न किए गए स्टिकर, विशेष कर मैच के दौरान धार्मिक और राजनीतिक संदेश पर आधारित स्टिकर नहीं लगाए जा सकते।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अनुसार, आज़म ख़ान पर जुर्माना इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के नियमों के उल्लंघन पर लगाया गया है।
आईसीसी के नियम के अनुसार किसी विशेष सरकार, राजनीतिक दल या व्यक्ति के समर्थन की ओर इशारा करने वाले संदेशों पर पाबंदी है।
आईसीसी के नियमों के अनुसार किसी भी खिलाड़ी के कपड़े, शर्ट, टी शर्ट, पतलून, स्वैटर, टोपी, हेलमेट, कलाई के बैंड, हेडबैंड, चश्मा या दूसरे हेडगियर पर केवल पहले से स्वीकृत लोगो ही लगाए जा सकते हैं।
आईसीसी क्रिकेट के सामान जैसे स्टंप्स, बैट, पैड, जूते, दस्ताने और दूसरे नज़र आने वाले सुरक्षात्मक सामान पर भी केवल आईसीसी के स्वीकृत लोगो लगाने की इजाज़त देता है।