बेंगलुरु। यहां रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार दोपहर ब्लास्ट में 10 लोग घायल हो गए थे। धमाका उस जगह हुआ जहाँ लोग बैठ कर खाना कहते हैं। पहले कहा जा रहा रहा था कि सिलिंडर में आग लगने से ब्लास्ट हुआ पर बाद में जाँच में एक आदमी बैग रखा कर जाता दिख रहा है। पुलिस ने कहा कि इस शख्स की पहचान AI टेक्नोलॉजी से की जाएगी। राज्य की पुलिस AI के जरिए फेशियल रिकॉग्निशन से पता लगाएगी कि बम वाला बैग रखकर जाने वाला व्यक्ति कैसा दिखता था।
शुरुआती जांच में आरोपी 25 से 30 साल का शख्स लग रहा है। फुटेज में दिख रहा है कि मास्क वाला व्यक्ति कैफे के पास बस से उतरा और 11:30 बजे कैफे में एंट्री लेता है।
इसके बाद वह रवा इडली ऑर्डर करता है, काउंटर पर पेमेंट करके टोकन लेता है। इसके बाद 11:45 बजे एक बैग को डस्टबिन के पास रखकर चला जाता है। एक घंटे बाद इसी बैग में टाइमर के जरिए धमाका किया गया।
राज्य के डिप्टी सीएम डी शिवकुमार ने कहा कि पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है। CCTV में कैप्चर उसके चेहरे को फेशियल रिकग्निशन सिस्टम से मैच कराया जा रहा है। इससे उसे ट्रैक किया जाएगा।
शाम को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि यह एक लो इंटेंसिटी का IED ब्लास्ट था।
पुलिस का मानना है कि विस्फोट को अंजाम देने के लिए टाइमर के साथ एक आईईडी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था।
किसका है ये कैफे
राघवेंद्र राव एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं जिनके पास फ़ूड इंडस्ट्री में 20 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वह आईडीसी किचन के संस्थापक और प्रमोटर हैं। वह रामेश्वरम कैफे श्रृंखला के संचालन को देखते हैं।
दिव्या राघवेंद्र राव एक योग्य चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद से फाइनेंस और मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। वह रामेश्वरम कैफे के प्रबंधन और वित्त विभाग की प्रमुख हैं।
कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, दिव्या राघवेंद्र राव के पास 12 साल से अधिक का कार्य अनुभव है। वह आईसीएआई की दक्षिण भारतीय क्षेत्रीय परिषद की बेंगलुरु शाखा की प्रबंध समिति की सदस्य भी हैं।
दोनों ने कहा कि वो घायल लोगों को हर तरह से मदद कर रहे हैं।





