BHAVINI-सफलता का श्रेय वो माँ और नानी को देती है
BHAVINI- HMV की इस स्टूडेंट ने बैचलर ऑफ डिजाइनिंग में पाया प्रथम स्थान
जालंधर। BHAVINI-WRITING A BOOK BASED ON PUNJAB BEFORE 1947-गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के बैचलर ऑफ डिजाइनिंग (फोर्थ सैमेस्टर) में जालन्धर की भाविनी ने यूनिवर्सिटी में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। वो हंस राज महाविद्यालय की छात्रा है। इस सैमेस्टर में बीबीके डीएवी कॉलेज फॉर विमेन अमृतसर की छात्रा स्वनिका ने दूसरा और श्रुति ने तीसरा स्थान हासिल किया है।
इस सफलता के बारे में जब भाविनी से बात की गई तो उसने बताया कि इसका श्रेय वो अपने परिवार, अपनी माँ और नानी को भी देती है जो पढ़ाई में उसका हर तरह से सहयोग करते हैं। फ्यूचर प्लान के बारे में उसका कहना था कि अभी वो 1947 से पहले के पंजाब के पहरावे पर काम कर रही है, जल्द ही इसको वो किताब के रूप में ले आएगी।
BHAVINI-बचपन से ही पेंटिंग का शौंक
BHAVINI ने कहा, उसको बचपन से ही पेंटिंग का शौंक रहा है। उसके द्वारा बनाई पेंटिंग्स लोगों द्वारा खरीदी भी जाती हैं। कुछ लोग तो खासतौर पर ऑर्डर देकर उससे पेंटिंग्स बनवाते हैं। इस तरह अपनी मेहनत से ही वो अपने कॉलेज की फीस निकाल लेती है।
भाविनी PhD कर बच्चों को पढ़ाने का काम करने के साथ-साथ खुद के डिजाइन किये हुए कपड़ों का ब्रांड भी बनाना चाहती है। भाविनी बताती है-बचपन में वह पढ़ाई से दूर भागती थी, क्योंकि तब पढ़ाई की अहमियत नहीं पता थी। इसलिए कोई पूछता था पढ़ोगी नहीं तो क्या करोगी ? तब वो कहती थी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनना है। क्योंकि तब खबरें सुनकर यह लगता था कि अनपढ़ भी यहां आराम से नेता बन जाता है।