Dipa Karmakar : 13.566 के औसत स्कोर के साथ आठ जिमनास्टों के बीच शीर्ष पर
Dipa Karmakar : 2015 में हिरोशिमा में इसी स्पर्धा में कांस्य जीता था
ताशकंद (उज्बेकिस्तान)। शीर्ष जिमनास्ट Dipa Karmakar ने यहां ताशकंद में एशियाई महिला कलात्मक जिमनास्टिक चैंपियनशिप में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता और यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय बन गईं। करमाकर ने ये गोल्ड मेडल ताशकंद में एशियाई महिला कलात्मक जिमनास्टिक चैंपियनशिप में हासिल किया। पूरा देश उन्हें बधाई भेज रहा है।
व्यक्तिगत वॉल्ट के फाइनल में, करमाकर 13.566 के औसत स्कोर के साथ आठ जिमनास्टों के बीच शीर्ष पर रही। अपने दोनों प्रयासों में, 30 वर्षीय को 13.566 के समान स्कोर प्राप्त हुए।
उत्तर कोरियाई किम सोन हयांग (13.466) और जो क्योंग ब्योल (12.966) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते।
इससे पहले Dipa Karmakar ने 2015 में हिरोशिमा में इसी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था।
2016 में रियो ओलंपिक में वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रहने के बाद वह देश में एक घरेलू नाम बन गईं। Dipa Karmakar ने 2014 में ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक भी जीता।
प्रतिबंधित पदार्थ के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद 21 महीने का प्रतिबंध झेलने के बाद करमाकर पिछले साल एक्शन में लौटी थी। डोपिंग उल्लघंन के कारण वापसी करने वाली Dipa Karmakar आगामी पेरिस ओलंपिक की दौड़ से बाहर हैं।
भारतीय खेल प्राधिकरण ने की दीपा करमाकर की तारीफ
आशीष कुमार ने 2015 एशियाई चैंपियनशिप में व्यक्तिगत फ्लोर एक्सरसाइज में कांस्य पदक अर्जित किया था। प्रणति नायक ने 2019 और 2020 संस्करण में वॉल्ट स्पर्धा में कांस्य पदक भी जीते, लेकिन दीपा करमाकर ने ना सिर्फ अपने पदक का रंग बदला, बल्कि इसे सीधे स्वर्ण पदक में तब्दील किया। भारतीय खेल प्राधिकरण ने भी दीपा करमाकर (Dipa Karmakar) की तारीफ करते हुए उनको बधाई दी है। साई ने ट्वीट किया, “एशियाई जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में इतिहास रचा गया। प्रेरणादायक, दीपा करमाकर! #गोल्ड पर बधाई।”
तुर्की में 2018 एफआईजी विश्व कप में वॉल्ट में gold medal winner
त्रिपुरा की जिम्नास्ट ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि भी हासिल की। तुर्की के मेर्सिन में 2018 एफआईजी विश्व कप में वॉल्ट में स्वर्ण पदक, जिससे वह विश्वव्यापी जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गईं।
एशियाई चैम्पियनशिप अंतिम ओलिंपिक क्वॉलिफिकेशन राउंड थी। Dipa Karmakar अप्रैल में दोहा में एफआईजी उपकरण विश्व कप में वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रही। काहिरा विश्व कप (15-18 फरवरी) में पांचवें स्थान पर रहने के बाद, वह पहले कॉटबस, जर्मनी (22-25 फरवरी) में विश्व कप में शामिल नहीं हुई थीं। यही कारण है कि वह पेरिस ओलिंपिक नहीं खेल पाएंगी।
डोप टेस्ट में हुई थी फेल Dipa Karmakar
दरअसल फरवरी 2023 में दीपा करमाकर डोप टेस्ट में फेल हुई थी। जिस वजह से उन पर बैन भी लगाया गया था। अंतरराष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी ने उस समय बताया था कि दीपा करमाकर को अंतरराष्ट्रीय जिम्नास्टिक महासंघ की ओर से आउट ऑफ कॉम्पिटिशन लिए गए सैंपल में प्रतिबंधित दवा हाइजेनामाइन लेने का दोषी पाया गया था। वहीं दीपा करमाकर के सैंपल 11 अक्टूबर 2021 को प्रतियोगिता के बाद लिए गए थे। उन पर लगाए गए बैन 10 जुलाई 2023 तक जारी रहा था।
एशियाड 2022 में नहीं मिली थी जगह
दीपा करमाकर का यहां तक का सफर इतना आसान नहीं था। साल 2022 में हांग्झू में हुए एशियन गेम्स में दीपा को भारत के जिम्नास्टिक स्क्वाड में जगह नहीं मिली थी। जहां पर जिमनास्टिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने दीपा करमाकर का नाम भेजा था लेकिन केंद्रीय खेल मंत्रालय की आखिरी मंजूरी मिलने से पहले ही उनका नाम इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन ने हटा दिया था। इसके लिए कारण बताया गया कि वो लंबे समय से खेल का हिस्सा नहीं है इसलिए उन्हें बाहर किया गया था।
Dipa Karmakar