Hyperloop से कीजिये सफर, 300 किलीमीटर का रास्ता चंद मिनटों में होगा तय
Hyperloop ट्रैक पर स्पीड होगी 1100 किलीमीटर प्रति घंटा
जालंधर। ( टेलिस्कोप डेस्क) Hyperloop train-दिल्ली से जयपुर का 280 -300 किलीमीटर का यह रास्ता चंद मिनटों में तय हो जायेगा। यह सफर हवाई जहाज से भी सस्ता होगा। जी हाँ। यह खबर सही है।
आईआईटी मद्रास की टीम ने यह कर दिखाया है। उन्होंने हाइपरलूप ट्रेन और इसका ट्रैक तैयार कर दिया है। हाइपरलूप ट्रेन से जयपुर -दिल्ली 30 मिनट से भी कम समय में पहुंचा जा सकता है। इस सफर को तय करने में अभी तक 5 -7 घंटे लग जाते थे। हाइपरलूप ट्रैवेलिंग के लिए 422 मीटर रास्ता यानी कि ट्रैक भी बन कर तैयार हो गया है। इसे रेल मंत्रालय की मदद से बनाया गया है। भविष्य के इस वाहन के लिए सरकार की तरफ से दिल खोल कर मदद की जा रही है।
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इस ट्रैक पर स्पीड होगी 1100 किलीमीटर प्रति घंटा। यानी कि गोली की रफ्तार से भी तेज। पहली हाइपरलूप ट्रेन मुंबई से पुणे के बीच चल सकती है। बेंगलुरु-चेन्नई के बीच ट्रैक पर भी काम चल रहा है। ख़बरों की मानें तो इसके एक पॉड यानि कि डिब्बे में 28 यात्री बैठ सकते हैं। इसका पहला सफल परिक्षण 2019 में कर लिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्पेनिश कंपनी जेलरॉस इसके निर्माण की प्रणाली की जनक है।
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सब कुछ ठीक रहा तो लम्बी दूरी के लिए यह बहुत ही बढ़िया साधन हो सकता है। हाइपरलूप ट्रैक हवा से भरे पाइपों के जरिये एल्क्ट्रोमग्नेटिक लेविटेशन पर काम करता है। स्पीड रिकॉर्डिंग के लिए मशहूर यह विधि जल्द भारत में काम करने लगेगी। सबसे अच्छी बात यह है कि इस पर खर्च एयर ट्रेवल /हवाई जहाज से भी बहुत कम आएगा। सबसे बड़ी बात समय बचेगा।
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हाल ही में रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने इसकी तीसरी ग्रांट एक मिलियन डॉलर जारी की है ताकि काम में न देरी हो, न ही रुकावट आये।