साइंस सिटी में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया
पुष्पा गुजराल साइंस सिटी द्वारा पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सहयोग से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पंजाब भर से 300 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस बार विज्ञान दिवस का थीम “विकसित भारत के लिए स्वदेशी तकनीक” था। इस बार विज्ञान दिवस के शीर्षक में नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में देश की आत्मनिर्भरता पर प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर साइंस सिटी के निदेशक डा. उन्होंने राजेश ग्रोवर ने संबोधित करते हुए कहा कि “रमन प्रभाव” की खोज सर सीवी रमन ने 28 फरवरी को की थी, इसी लिए हर साल इस दिन उन्हें याद किया जाता है । उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विकास के साथ-साथ विकास के कारण सामाजिक आवश्यकताओं को पूरा करने की हमारी क्षमता बढ़ी है। इस अवसर पर नवाचारों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए डा. ग्रोवर ने वैज्ञानिक सोच विकसित करने और एक नवाचारी बुनादि संरचना बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास से ही टिकाऊ भविष्य हासिल किया जा सकता है।
इस अवसर पर इसर मोहाली के विशेषज्ञ प्रोफेसर डा. टी. वी. वेंकटशेवरन मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे और उन्होंने इस महान उपलब्धि पर प्रकाश डालते हुए “कैसे आर्य भट्ट ने पृथ्वी के आकार की खोज की” विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ वेंकटशेवरन ने आर्य भट्ट के क्रांतिकारी सिद्धांत को बढ़ावा दिया कि पृथ्वी गोल है और अपनी धुरी पर घूमती है। व्याख्यान के दौरान, छात्रों ने आर्य भट्ट के व्याख्यान में रात और दिन की लंबाई, गोलाकार पृथ्वी और बड़ी गहराई के साथ प्राकृतिक घटनाओं के बारे में ज्ञान प्राप्त किया। डॉ। वेंकटेश्वरन ने वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए प्राचीन भारत में आर्य भट्ट जैसी अन्य हस्तियों द्वारा की गई अद्भुत खोजों पर प्रकाश डाला।
इस दौरान युवा शोधकर्ता सुहानी शर्मा ने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी चुनौतियों के संभावित समाधान विषय पर छात्रों के साथ अपना अध्ययन साझा किया। इस अवसर पर सुहानी ने पर्यावरण की सुरक्षा और आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए अपशिष्ट प्रबंधन की परिवर्तनकारी प्रथाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में सेंट जोसेफ स्कूल जालंधर की जैनिशा भाटिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा एमजीएन स्कूल जालंधर के मनकिरन सिंह तथा कशिश ने क्रमश: दूसरा तथा तीसरा स्थान प्राप्त किया।