इस्लामाबाद। पाकिस्तान में बड़ी उथल -पुथल के बीच देश की नेशनल असेंबली में 336 सीटों पर आज मतदान हो रहे हैं। किसी भी दल को सरकार बनाने के लिए 169 सीटों की ज़रूरत है। बुधवार को आम चुनाव से ठीक एक दिन पहले बलूचिस्तान प्रांत में प्रत्याशियों के दफ़्तरों के बाहर दो बम धमाके हुए थे जिनमें कम से कम 28 लोगों की मौत हुई और दर्जनों लोग घायल हो गए थे।
इस देखते हुए पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी किया और कहा है, आतंकवादी घटनाओं के कारण कई जानें गई हैं। कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने और संभावित ख़तरों से निपटने के लिए देशभर में मोबाइल सेवा को अस्थायी तौर पर बंद करने का फैसला लिया गया है।
मालूम हो कि दो साल पहले देश में अविश्वास प्रस्ताव लाकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार गिराई गई थी और अब वो भ्रष्टाचार के मामलों में जेल में हैं। उन्हें 14 साल की सज़ा हुई है। उनका पार्टी चिन्ह छीन लिया गया और चुनाव लड़ने पर भी 5 साल का बैन है।
तीन बार देश के पीएम रहे नवाज़ शरीफ़ इस बार चुनावी मैदान में हैं। कई विश्लेषकों का कहना है कि ये पाकिस्तान का अब तक का सबसे कम विश्वसनीय चुनाव है। पाकिस्तान बेरोजगारी, आर्थिक संकट, 2022 में आई भीषण बाढ़, मंहगाई और चरमपंथी घटनाओं से जूझ रहा है।
कुछ घायलों की हालत गंभीर
जानकारी के अनुसार, पहली घटना में, पिशिन जिले में निर्दलीय उम्मीदवार असफंदयार खान काकर के कार्यालय के बाहर एक शक्तिशाली विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए।
एक घंटे से भी कम समय के बाद, किला अब्दुल्ला क्षेत्र में जमीयत-उलेमा इस्लाम-पाकिस्तान के चुनाव कार्यालय के बाहर एक और बम विस्फोट हुआ, जिसमें 10 से जयादा लोगों की जान चली गई और 12 अन्य घायल हो गए।
बलूचिस्तान पंजगुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब्दुल्ला ज़हरी ने कहा कि काकर के चुनाव कार्यालय के बाहर बम को दूर से विस्फोट किया गया था और इमारत के बाहर एक बैग में रखा गया था।
उन्होंने कहा, कुछ घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें इलाज के लिए क्वेटा ले जाया गया है।
उन्होंने कहा कि अब तक विस्फोट में मरने वालों की संख्या 28 है लेकिन हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। ज़ेहरी ने कहा, आतंकवादी लोगों को मतदान केंद्रों पर जाने से रोकने के लिए चुनाव उम्मीदवारों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन चुनाव तय समय पर हो यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा कर्मियों को और बढ़ाया जा रहा है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, किला अब्दुल्ला क्षेत्र में एक जेयूआई उम्मीदवार के चुनाव कार्यालय में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ था और भारी क्षति हुई थी जिसमें आठ लोग मारे गए थे।