जयपुर- सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल होने के आरोप में जयपुर पुलिस ने सोमवार को जिन तीन लोगों को पकड़ा, उनमें दो शूटर भी शामिल हैं। शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को चंडीगढ़ के एक होटल के बाहर से गिरफ्तार किया गया। 5 दिसंबर को शूटर फौजी और राठौड़ और नवीन शेखावत के साथ सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के आवास पर गए और उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।
फौजी और राठौड़ ने नवीन शेखावत को भी इसलिए गोली मार दी थी क्यों कि वह गोली चलाने में आनाकानी कर रहा था। इस बात से यह भी कयास लगाया जा रहा है कि शायद गोगामेड़ी को मारने का नहीं बल्कि सिर्फ पैसे वसूलने या डराने का प्लान था।
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े रोहित गोदारा ने श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना (एसआरआरकेएस) प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, नितिन फौजी और रोहित राठौड़ से पूछताछ से पता चला है कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कर दी गई थी क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर एक अन्य करीबी सहयोगी, गैंगस्टर, आनंदपाल सिंह के “मुठभेड़” के खिलाफ विरोध प्रदर्शन छोड़ दिया था। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर आनंदपाल सिंह के नाम पर एकत्रित धन हड़पने का आरोप था।
सूत्रों के हवाले से बताया गया कि हमलावरों ने देश से भागने की योजना बनाई थी और सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को मारने के लिए प्रत्येक को कथित तौर पर 50,000 रुपये देने का वादा किया गया था।
राजस्थान एडीजी (अपराध) दिनेश एमएन ने कहा कि सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या करने के बाद, नितिन फौजी और रोहित राठौड़ एक टैक्सी में राजस्थान के डीडवाना गांव भाग गए और दिल्ली के लिए बस में सवार हो गए। वे हरियाणा के धारूहेड़ा शहर पहुंचे और वहां से दोनों एक ऑटोरिक्शा लेकर रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पहुंचे। स्टेशन से नितिन और रोहित हिसार के लिए ट्रेन में चढ़े और नितिन फौजी के दोस्त उधम सिंह से मिले।
नितिन फौजी और रोहित राठौड़ मनाली गए और फिर 9 दिसंबर को चंडीगढ़ पहुंचे। वे उधम सिंह के साथ फर्जी आधार कार्ड का उपयोग करके एक होटल में रुके। एक गुप्त सूचना पर काम करते हुए, दिल्ली पुलिस, जो राजस्थान पुलिस के साथ काम कर रही थी, होटल पहुंची और तीन आरोपियों को पकड़ लिया।
अधिकारियों ने कहा कि नितिन फौजी को जयपुर ले जाया गया है, जबकि रोहित राठौड़ को दिल्ली ले जाया गया है।
इस सबके के बीच एक बहुत रोचक बात सामने आ रही है कि जिन हथियारों से गोगामेड़ी का मर्डर हुआ, वो कहां हैं ? पुलिस की किसी भी रिपोर्ट में उनका कोई ज़िक्र नहीं है।