प्रिंसिपल को भी गोली मारी, एक की हालत गंभीर
आयोवा (यूनाइटेड स्टेट्स) आयोवा के पेरी हाई स्कूल में गाठ दिवस एक स्टूडेंट की गोलीबारी में छठीं क्लास के एक छात्र की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। उसने प्रिंसिपल को भी गोली मारी। संदिग्ध की पहचान डायलन बटलर नामक हाई स्कूल के 17 वर्षीय छात्र के रूप में हुई।
शूटिंग से पहले, डायलन बटलर ने स्कूल के बाथरूम स्टॉल जैसा दिखने वाला अपना एक टिकटॉक साझा किया, और इसे कैप्शन दिया: “अब हम इंतजार करते हैं”
गोलीबारी के शिकार लोगों में पांच छात्र भी शामिल हैं। छठी कक्षा के एक छात्र की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, पेरी कम्युनिटी स्कूल बोर्ड और ईस्टन वैली स्कूल डिस्ट्रिक्ट ने पुष्टि की है कि जिन लोगों को गोली मारी गई उनमें पेरी हाई स्कूल के प्रिंसिपल डैन मार्बर्गर भी शामिल हैं। जबकि चार पीड़ितों की हालत स्थिर थी, एक की हालत गंभीर मानी जा रही थी।
बटलर के पास एक पंप-एक्शन शॉटगन और एक छोटी क्षमता वाली हैंडगन थी। स्कूल में एक “अल्पविकसित” विस्फोटक उपकरण भी पाया गया। कहा जा रहा है कि वो ज्यादा लोगो को मारना चाहता था।
उसके सोशल अकाउंट पर बहुत से ऐसे फोटो हैं जिनमें वो गुस्से में है। उसके दो जानने वालों ने बताया कि वास्तव में वो शांत इंसान है पर कई साल से बुली किया जा रहा था।
डलास काउंटी के शेरिफ एडम इन्फैंट ने संवाददाताओं से कहा, “स्कूल का दिन शुरू होने से पहले गोलीबारी हुई और इसलिए इमारत में ज्यादा छात्र और कर्मचारी नहीं थे, मुझे लगता है कि इस लिहाज से बचाव हो गया।” शीतकालीन अवकाश के बाद यह स्कूल का पहला दिन था।
शेरिफ ने कहा, “अब कोई खतरा नहीं है। समुदाय सुरक्षित है।” हम अभी इस पर काम कर रहे हैं, जो कुछ भी हुआ उसका कारण पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।”
शूटिंग से पहले बटलर ने स्कूल के बाथरूम स्टॉल जैसा दिखने वाला अपना एक टिकटॉक साझा किया। “अब हम इंतजार करते हैं,” इसे कैप्शन दिया गया था। बैकग्राउंड में केएमएफडीएम का गाना स्ट्रे बुलेट बज रहा था। गाने के बोल हैं, “मैं तुम्हारा बुरा सपना सच होने वाला हूं, मैं तुम्हारा सबसे बड़ा दुश्मन हूं,” और “आवारा गोली, प्यार की बैरल से।”
अधिकारियों के मुताबिक, व्हाइट हाउस को गोलीबारी की जानकारी दे दी गई है।
अमेरिका में बंदूक हिंसा आम है, एक ऐसा देश जहां लोगों की तुलना में बंदूकें अधिक हैं। इनपर रोक लगाने के प्रयासों को हमेशा कड़े राजनीतिक प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है।