पहला विजेता कप्तान तो नहीं भूलना चाहिए
पहली बार 1983 में भारत के लिए क्रिकेट वर्ल्ड कप जीत कर लाने वाले कपिल देव इस बार क्रिकेट वर्ल्ड कप देखने अहमदाबाद नहीं गए।
जब उनसे इस बारे में एक चैनल की ओर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं बुलाया गया इसलिए वो नहीं गए। वो तो चाहते थे कि उनकी 1983 की सारी विजेता टीम को बुलाया जाता। उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि ऐसे मौकों पर बहुत काम होता है, बड़ी-बड़ी जिम्मेदारी होती हैं तो कई रह भी जाता है।
ऐसे में सवाल उठता है कि हो सकता है कि किसी और विभाग का या क्षेत्र से जुड़ा व्यक्ति होता तो एक बार मान भी लेते कि रह गया।
जगह -जगह पहले वर्ल्ड कप से इस बार की पारी को या मैच को कम्पयेर किया जा रहा था। हर जगह ख़बरें छप रही थीं। मैगज़ीन और अख़बार पटे पड़े हैं ऐसी ख़बरों से जिसमें बात हो रही थीं कि कपिल ने कैसे फैसले लिए और मैच जीत लिया। ऐसे में उनको भूल जाना सही नहीं है।
क्रिकेट गैलरी में बैठे खास लोगों को देख कर लग रहा था कि बाकायदा लिस्ट बनी होगी तभी वे आये होंगे पर ऐसी गलती जिसकी कोई माफ़ी ही नहीं क्योंकि मैच तो हो गया और कपिल ने सच भी बयान कर दिया।